भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। राजधानी में स्‍थित नेशनल ला इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी (एनएलआइयू) का पुस्तकालय प्रदेश का सबसे सर्वसुविधायुक्त पुस्‍तकालय है। इसमें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की करीब 30 हजार से अधिक पुस्तकें मौजूद हैं। अभी तक कैम्पस के अंदर विद्यार्थियों को वाइफाइ और ई-लाइब्रेरी की निश्शुल्क सुविधा तो मिल ही रही थी, अब सुविधाओं में और विस्तार किया जा रहा है। विद्यार्थियों को अब रिमोट एक्सेस देकर परिसर के बाहर भी पुस्तकालय की सुविधा दी जाएगी। यानी अब विद्यार्थी घर में बैठे-बैठे ई-लाइब्रेरी से जुड़ सकेंगे। यह पुस्तकालय तीन फ्लोर में बनाया गया है। इसमें अंदर तो सभी सुविधाएं मौजूद हैं ही, इसे बाहर से भी बहुत आकर्षक बनाया गया है। इस लाइब्रेरी में विद्यार्थी बैठकर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हुए केसों के निर्णयों, शोधपत्रों और शोधों का अध्ययन कर सकते हैं।

प्रदेश के विकसित पुस्तकालयों से किया जाएगा एमओयू

एनएलआइयू अपनी सुविधाओं के विस्तार के लिए प्रदेश की आधुनिक सुविधाओं वाले पुस्तकालयों को जोड़ेगा। इसके लिए संस्थानों से एमओयू किया जाएगा। इन पुस्तकालयों से डेटाबेस का आदान-प्रदान किया जाएगा। इस पुस्तकालय की सुविधा का लाभ लेने के लिए प्रबंधन से लिखित अनुमति लेना पड़ती है। ऐसे में लोगों का कहना है कि अनुमति भी आनलाइन मिलना चाहिए, ताकि ई-लाइब्रेरी का अधिक से अधिक लोग जुड़ सकें। इसके लिए विचार-विमर्श किया जा रहा है।

ये किताबें उपलब्ध

पुस्तकालय में कानून से संबंधित सभी तरह की किताबें उपलब्ध हैं। इसमें ग्रेट बुक, प्रूफ आफ फैक्ट्स, अमेरिकन ज्यूरिस्प्रडेंस एंड रिसर्च के लिए नेशनल और इंटरनेशन लीगल डेटा बेस, सोशल साइंस डेटा बेस सहित करीब 30 हजार से अधिक पुस्तकें उपलब्ध हैं।

पुस्तकालय में अभी करीब 30 हजार किताबों के साथ कई ऐसी किताबें उपलब्ध हैं जो प्रदेश की अन्य जगहों पर नहीं हैं। अब अन्य पुस्तकालयों से एमओयू कर उन्हें जोड़ लेने से इंटरलोन सुविधा शुरू हो जाएगी। इससे विद्यार्थियों व शोधार्थियों को एक ही स्थान पर सभी तरह की किताबें मिल सकेंगी।

-डा. वी. विजय कुमार, कुलपति, एनएलआइयू

Posted By: Ravindra Soni

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