मदन मोहन मालवीय, भोपाल। कोरोना काल बीतने के बाद प्रापर्टी कारोबार में उछाल आया है। इस आधार पर तैयार की जा रही नई कलेक्टर गाइडलाइन में शहर की 400 लोकेशन पर प्रापर्टी के दाम पांच से 20 प्रतिशत तक बढ़ सकते हैं। वित्तीय वर्ष 2022-23 में कोरोना काल खत्म होते ही प्रापर्टी कारोबार में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है। इसके आधार पर ही राजस्व अधिकारियों ने सर्वे किया है। इस अनुसार पर ही वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए तैयार की जा रही कलेक्टर गाइडलाइन में दरें तय करने के लिए पंजीयन अधिकारियों के पास काफी आधार हैं। बताया जा रहा है कि नई गाइडलाइन के लिए प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस सप्ताह में जिला मूल्यांकन समिति की बैठक होने की संभावना है। मार्च 2023 के पहले नई दरें तय हो जाएंगी, जो नए वित्तीय वर्ष से लागू होंगी।

नए शहर में प्रापर्टी खरीदना होगा अधिक महंगा

नए और पुराने शहर में चार सौ से ज्यादा अलग-अलग लोकेशन पर लगभग पांच से 20 प्रतिशत तक की वृद्धि प्रस्तावित की गई है। इसमें सबसे ज्यादा प्रभाव भोपाल टू में आने वाली कालोनियों, वार्ड और नए प्रोजेक्ट पर हो सकता है। पुराने शहर यानि भोपाल वन में हर बार की तरह औसत वृद्धि पांच से 15 प्रतिशत की गई है। वहीं जो बाजार पिछली बार छूट गए थे उनको भी इस बार आवासीय और कामर्शियल का अंतर खत्म करने का प्रस्ताव है। इसको बैठक में रखने की तैयारी है, लेकिन चुनावी साल होने के कारण अधिकारी सोच समझकर कदम उठा रहे हैं। इसी वजह से गाइडलाइन की पूरी प्रक्रिया को गोपनीय रखा जा रहा है। ऐसा बताया जा रहा है कि इस बार कलेक्टर गाइडलाइन में आमजन को राहत मिल सकती है, लेकिन अधिकारियों ने दरें बढ़ाने का प्रस्ताव लगभग तैयार कर लिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिन क्षेत्रों में रजिस्ट्रियां अधिक दर पर हुईं हैं। इसी आधार पर प्रापर्टी की दरें तय किए जाने के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इनमेें बड़ी संख्या में अधिक लोन पर हुई हैं। ऐसे में उनको आधार बनाकर दरें बढ़ाने की तैयारी की जा रही है।

अब तक दरों में हुई 600 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी

वर्ष 2012- 13 के बाद कलेक्टर गाइडलाइन में एक कालोनी की दो अधिकतम मूल्य की रजिस्ट्री के आधार पर 10 से 20 प्रतिशत रेट वृद्धि की जाती है। इसी का परिणाम है कि अभी तक कलेक्टर गाइडलाइन में जमीनों की दरों में छह सौं प्रतिशत तक बढ़ोत्तरी की गई है। भले ही वास्तविकता में वहां पर अच्छे सौदे नहीं हो रहे हों। इधर वर्ष 2022-23 की कलेक्टर गाइडलाइन में ही करीब 58 दावे आपत्ति लोगों की तरफ से प्रस्तुत किए थे, लेकिन उनमें से किसी का निराकरण नहीं हुआ। ऐसा पहली बार नहीं, हर बार होता है।

इस तरह वृद्धि प्रस्तावित

भोपाल एक - पांच से 10 प्रतिशत तक प्रापर्टी की दरें बढ़ सकती हैं। इसमें पुराना शहर, कमला पार्क से लेकर एयरपोर्ट रोड, भौंरी, करोंद का पूरा क्षेत्र शामिल हैं।

भोपाल दो - पांच से 20 प्रतिशत तक प्रापर्टी की दरें बढ़ सकती है। इसमें नीलबड, रातीबढ़, नर्मदापुरम रोड, कोलार, बावड़िया कलों से लेकर अरेरा कालोनी, न्यूमार्केट, साकेत नगर, अवधपुरी, एमपीनगर, नीलबड़, रातीबड़,

लांबाखेड़ा व उसके आसपास का क्षेत्र शामिल है।

भोपाल तीन - पांच से 15 प्रतिशत तक प्रापर्टी की दरें बढ़ सकती है। इसमें अशोका गार्डन, गोविंदपुरा, अयोध्या बायपा, भानपुर और उसके आसपास का क्षेत्र शामिल है।

नई कलेक्टर गाइडलाइन वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा

रहा है। यह लगभग-लगभग तैयार किया जा चुका है, जल्द ही इसको लेकर समिति की

बैठक की जाएगी।

- आकाश श्रीवास्तव, अध्यक्ष जिला मूल्यांकन समिति एवं एसडीएम हुजूर

Posted By: Lalit Katariya

Mp
Mp
  • Font Size
  • Close