Bhopal News: भाेपाल(नवदुनिया प्रतिनिधि)। राजधानी के निजी स्कूलों का सत्र 20 मार्च के बाद शुरू होने वाला है।अभिभावकों को किताबों की सूची के साथ दुकानों का विजिटिंग कार्ड भी दिया जा रहा है। वहीं निजी स्कूलों का किताब दुकानों के साथ सांठ-गांठ होने के कारण उनकी किताबें खास जगहों पर ही मिल रही है। राजधानी के एमपी नगर, इंद्रपुरी, 10 नंबर मार्केट, न्यू मार्केट स्थित कुछ चुनिंदा दुकानों पर इन दिनों अभिभावकों की भारी भीड़ उमड़ रही है।दुकानों पर भीड़ इतनी है कि अभिभावकों को टोकन दिया जा रहा है। करीब तीन से चार घंटे बाद अभिभावकों का कापी-किताब का सेट लेने के लिए नंबर अा रहा है।ऐसे में कलेक्टर अविनाश लवानिया द्वारा 20 फरवरी को दिया गया आदेश कि निश्विचत दुकान से किताब खरीदने पर कार्यवाही होगी, लेकिन दुकान व निजी स्कूल मिलकर आदेश की अनदेखी कर रहे हैं।
कलेक्टर ने यह दिए थे आदेश
कलेक्टर ने निर्देश दिए थे कि सभी स्कूलों को पाठ्यक्रम की सूची जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जमा करवाना होगी।यह सूची वेबसाइट पर अपलोड करना होगा।सूची में प्रत्येक कक्षा की पाठ्य-पुस्तकें, लेखक-प्रशासक के नाम व मूल्य भी लिखना होगा।साथ ही किताबों की सूची बोर्ड पर चस्पा करना होगी। जिससे छात्र या अभिभावक परेशान नहीं हो सके।साथ ही स्कूलों को किसी भी दुकान से शिक्षण सामग्री खरीदने की बाध्यता नहीं होगी, इसका बोर्ड भी टांगना होगा।
स्कूलों ने नहीं सौंपी सूची
अब तक राजधानी के निजी स्कूलों ने किताबों की सूची वेबसाइट पर अपलोड नहीं की है और ना ही जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में सौंपी है।
स्कूल के बाहर भी किताब दुकानों का पंपलेट दिया जा रहा है
कुछ स्कूल के बाहर किताब दुकान वाले विजिटिंग कार्ड या पंपलेट का वितरण किया जा रहा है।अभिभावक किसी दूसरे दुकान पर जाते भी हैं तो वहां कापी-किताब नहीं मिल पा रहे हैं।
पड़ताल-1
शाम-चार बजे
इंद्रपुरी स्थित दुकान पर पहुंचने पर अभिभावकों की भारी भीड़ देखी गई।जब अभिभावकों से बातचीत की गई तो उनका कहना था कि वे दोपहर से टोकन लेकर खड़े हैं।अभिभावक तीन से चार घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है।
पड़ताल-2
शाम 5 बजे
दस नंबर मार्केट स्थित किताब दुकान पर भी अभिभावकों की काफी भीड़ नजर आई। बिना टोकन के कापी-किताब का सेट नहीं दिया जा रहा है। आधा से एक घंटा पहले तक अभिभावक खड़े थे।
पड़ताल-3
समय-शाम 5.20 बजे
एमपी नगर स्थित एक दुकान पर भीड़ तो नहीं थी, लेकिन अभिभावकों को टोकन दिया गया था। अभिभावकों की बारी आने पर ही किताबें दी जाती थी।
वर्जन
-स्कूल में किताबों की सूची के साथ दुकान का विजिटिंग कार्ड दिया जा रहा है।दुकान पर जाने पर टोकन दिया जा रहा है। करीब एक घंटे तक इंतजार करने पर कापी-किताबों का सेट मिला।
प्रियंका तिवारी, अभिभावक
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-स्कूल के बाहर निकलने पर दुकान का पंपलेट दिया जा रहा है।इंद्रपुरी स्थित एक निश्चित दुकान पर ही पूरी किताबों का सेट मिल रहा है।चार घंटे तक इंतजार करने के बाद दिया गया।
रीना मिश्रा, अभिभावक
वर्जन
-अगर राजधानी के कुछ निश्चित दुकानों पर अभिभावकों की भीड़ लग रही है तो इसकी जांच करवाई जाएगी।अनियमितता पाए जाने पर दुकान संचालकों के खिलाफ उचित कार्यवाही की जाएगी।
अविनाश लवानिया, कलेक्टर भोपाल
Posted By: Lalit Katariya
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