शहर से किसी भी छात्र ने नहीं प्राप्त की ऑल इंडिया रैंक
- सीए फाइनल नवंबर परीक्षा का परिणाम जारी
भोपाल। नवदुनिया रिपोर्टर
द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टेड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया (आईसीएआई) ने नवंबर 2019 में आयोजित सीए फाइनल परीक्षा का परिणाम गुरुवार शाम घोषित कर दिया है। रिजल्ट नीचे दी गई ऑफिशियल वेबासाइट्स ़इ ैबचैीटचस.ैबचैर्.यि, ़इबचीिजेनाज.ैबचैर्.यि, 'बचै.हैब.ैह पर जाकर देख सकते हैं। जिन आवेदकों ने रिजल्ट ईमेल के जरिए प्राप्त करने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है उन्हें ईमेल के जरिए रिजल्ट भेज दिए गए हैं। बता दें कि रिजल्ट के साथ ही टॉप 50 कैंडिडेट्स की मेरिट लिस्ट भी जारी कर दी गई है। रिजल्ट नए और पुराने दोनों कोर्स के जारी किए गए हैं। परीक्षा में भोपाल ब्रांच से ग्रुप-1 में 27861 स्टूडेंट्स शामिल हुए थे, जिसमें से 4830 स्टूडेंट्स पास हुए हैं। वहीं ग्रुप-2 में 26972 स्टूडेंट्स में से 7593 बच्चे पास हुए, दोनों ग्रुप में शामिल होने वाले बच्चों की संख्या 15003 है, जिसमें 2268 छात्र सफल हैं। लेकिन इस बार नए और पुराने दोनों ही सिलेबस में शहर का कोई भी छात्र ऑल इंडिया लेबल पर रैंक प्राप्त नहीं कर पाया।
संकल्प करें, विकल्प न तलाशें
नाम-अंकिता पटेल
ग्रुप-बोथ ग्रुप
मार्क्स-404
अंकिता कहती हैं कि यह मेरा सीए में तीसरा प्रयास था, लेकिन मैंने खुद को कभी हतोत्साहित नहीं होने दिया। मेरा पूरा फोकस अपनी पढ़ाई पर ही रहा। उन्होंने बताया कि आईसीएसआई से 12वीं में 95 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए। मैंने 16-18 घंटे तक रोज पढ़ाई करने की वजह से सफलता हासिल की। अंकिता का कहना है कि कभी भी हताश नहीं होना चाहिए और हमेशा अपने संकल्प के प्रति अडिग रहें, जीवन में संकल्प हो विकल्प नहीं। अंकिता कहती हैं कि मेरी सफलता का श्रेय मामा और नानाजी हैं।
टीचर्स का मार्गदर्शन और मॉकटेस्ट
नाम-मुकुल अग्रवाल
ग्रुप-बोथ ग्रुप
मार्क्स- 212
मुकुल का कहना है कि मैंने 12वीं में 85 प्रतिशत मार्क्स प्राप्त किए। मेरा सपना ही था कि मैं सीए बनूं। इसके लिए मैंने अपनी पढ़ाई पर पूरा ध्यान लगा दिया। सोशल मीडिया से दूर रहा। साथ ही टीचर्स का मार्गदर्शन और मॉकटेस्ट का सहारा लिया। मुकुल कहते हैं मुझे आगे बढ़ाने में पैरेंट्स का बहुत योगदान है। क्योंकि जब आप मेहनत करते हो तो आपको प्रोत्साहित करने वाला जरूर होना चाहिए।
तीन माह की सेल्फ स्टडी
नाम-आकांक्षा पखरानी
ग्रुप-टू
मार्क्स- 232
आकांक्षा पखरानी कहती हैं कि मैंने केवल तीन माह ही सेल्फ स्टडी की है। कक्षा 12वीं में मेरे 75 प्रतिशत अंक आए थे। मेरा एक सपना था की मैं सीए बनूं। इस सफलता के बाद मैं यही कहूंगी की आप जो भी काम करें उसे अपनी पूरी तल्लीनता से करें, सफलता जरूर मिलेगी। अपनी मां को मैं अपनी सफलता का सबसे ज्यादा श्रेय देती हूं। क्योंकि उन्होंने समय समय पर मुझे प्रोत्साहित किया है।
Posted By: Nai Dunia News Network
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