भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। प्रदेश के सीएम राइज स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था में सुधार के लिए संकुल व्यवस्था खत्म होगी। संकुल केंद्र हटाए जाने से अन्य स्कूलों की जिम्मेदारी खत्म हो जाएगी। इस संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआइ) ने आदेश जारी किया है कि सीएम राइज स्कूलों में संकुल व्यवस्था खत्म किया जाए। इन संकुल केंद्रों के अंतर्गत आने वाले स्कूलों को आस-पास के संकुल केंद्रों में मर्ज किया जाए। डीपीआइ ने जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं कि सीएम राइज स्कूलों में बने संकुल केंद्रों के तहत आने वाले स्कूलों की सूची तैयार की जाए, ताकि उन्हें मर्ज किया जा सके। प्रदेश के 275 स्कूलों को सीएम राइज स्कूल चयनित किए गए हैं। इसमें राजधानी के आठ स्कूल शामिल है। इन स्कूलों से संकुल केंद्र हटाकर दूसरे सामान्य स्कूलों को बनाया जाएगा। इससे सामान्य संकुल केंद्रों पर दोगुने स्कूलों की जिम्मेदारी हो जाएगी। सीएम राइज स्कूलों के अंतर्गत आने वाले संकुल प्राचार्यों का कहना है कि इस व्यवस्था से कई कार्यों से मुक्त होंगे। अब सिर्फ अपने स्कूल की शैक्षणिक व्यवस्था को देखेंगे।

एक संकुल केंद्र के पास 30 स्कूलों की जिम्मेदारी

एक संकुल केंद्र के पास उसके अासपास के 20 सरकारी प्राथमिक, माध्यमिक और हाई स्कूलों की जिम्मेदारी होती है। साथ ही करीब 10 निजी स्कूलों की जिम्मेदारी भी होती है। संकुल केंद्र के प्राचार्य अपने स्कूल के साथ-साथ 30 अन्य स्कूलों की जिम्मेदारी होती है।

संकुल प्राचार्य की जिम्मेदारी

संकुल केंद्रों के माध्यम से शासन की प्रत्येक योजनाओं को स्कूलों द्वारा लागू करवाना होता है। निजी स्कूलों के विद्यार्थियों की टीसी निकालना, सरकारी स्कूलों की छात्रवृत्ति से संबंधित कार्य, प्रवेश, परीक्षा, शिक्षकों की छुट्टी स्वीकृत करना इन सभी कार्यों के लिए संकुल प्राचार्य का अनुमोदन जरूरी है। वहीं शिक्षा का अधिकार अधिनियम(आरटीई) के तहत निजी स्कूलों का निरीक्षण करना, फीस प्रतिपूर्ति सहित कई प्रकार के कार्य होते हैं। निजी स्कूलों की मान्यता से लेकर नवीनीकरण की पूरी जिम्मेदारी संकुल केंद्रों के प्राचार्य पर होती है।

सामान्य संकुल केंद्रों के पास दोगुने स्कूल बढ़ जाएंगे

वर्तमान में सीएम राइज स्कूलों के संकुल केंद्रों के तहत आने वाले करीब 30 स्कूल पास के संकुल केंद्रों पर मर्ज हो जाएंगे। इससे सामान्य संकुल केंद्रों में स्कूलों की जिम्मेदारी बढ़ जाएगी। इससे एक संकुल केंद्र के पास 40 से 50 स्कूल बढ़ जाएंगे।

संकुल केंद्रों के पास करीब 30 स्कूलों की जिम्मेदारी होती है। इस कारण सीएम राइज स्कूलों से संकुल व्यवस्था को खत्म किया जा रहा है। इससे शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार आएगा।

- डीएस कुशवाहा, अपर संचालक, डीपीआइ

Posted By: Ravindra Soni

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