
नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल: 27 वर्ष की युवती अपने परिवार में काफी खुश थी और नौकरीपेशा भी थी। लेकिन लंबे समय से चली आ रही बीमारी धीरे-धीरे उसे मानसिक रूप से तोड़ रही थी। शुक्रवार को परिवार अपने बेटी के जन्मदिन की तैयारी में लगा हुआ था। भाई ने बहन के लिए महंगे गिफ्ट भी खरीदे थे। इसी दौरान उसने फांसी लगा ली।
पुलिस को मौके से सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें उसने बीमारी से तंग होकर यह कदम उठाने की बात लिखी है। साथ ही अपने इस फैसले को लेकर उसने माता-पिता से माफी भी मांगी है। कोलार पुलिस ने शव का पीएम करवा लिया है।
एएसआई मनोज नागवंशी ने बताया कि कोलार क्षेत्र स्थित न्यू ओम नगर में रहने वाली सुजाता खंडाले मदर टेरेसा स्कूल में बतौर अकाउंटेंट कार्यरत थी। शुक्रवार को ही उसका जन्मदिन था। उसके भाई सुमित ने बताया कि परिवार रात में उसका जन्मदिन मनाना चाहता था। वह उसके लिए कपड़े भी खरीदकर लाया था। शाम को वह स्कूल से लौटकर घर में ही मौजूद थी।
मृतका के भाई ने बताया कि रात करीब आठ बजे वह फर्स्ट फ्लोर पर स्थित अपने कमरे में गई और फांसी के फंदे पर झूल गई। कुछ देर बाद स्वजन उसे बुलाने गए तो फांसी के फंदे पर लटका देखा। वे युवती को अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
भोपाल के जहांगीराबाद पुलिस लाइन में एक पुलिसकर्मी के 15 वर्षीय बेटे ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। उसने यह कदम दसवीं की छमाही परीक्षा से ठीक एक दिन पहले उठाया है। शुक्रवार रात को वह हाल में सोया था। सुबह उसके पिता ने फांसी के फंदे पर लटका देखा। मृतक छात्र के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। जहांगीराबाद थाना पुलिस प्रकरण की जांच में जुटी है।
एसआई राजकुमार गौतम ने बताया कि 15 वर्षीय रुद्राक्ष राजावत जहांगीराबाद पुलिस लाइन में रहता था। वह कैंपियन स्कूल में दसवीं कक्षा में पढ़ाई करता था। उसके पिता इंद्रपाल सिंह पुलिसकर्मी हैं। वह प्रधान आरक्षक के तौर पर पुलिस लाइन नेहरूनगर में पदस्थ हैं। इंद्रपाल के परिवार में पति-पत्नी और पिता के अलावा दो बेटे थे।
यह भी पढ़ें- गरीब महिला की जान बचाने एयर एंबुलेंस से भेजा एम्स भोपाल, पेट में पल रहे बच्चे की हो गई थी मौत
रूद्राक्ष उनमें बड़ा था, जबकि छोटा बेटा करीब दस वर्ष का है। स्वजनों ने बताया कि शनिवार से उसके स्कूल में दसवीं कक्षा की छमाही परीक्षा शुरू होने वाली थी। शुक्रवार रात करीब 11 बजे वह घर के हाल में सोया था। सुबह करीब पांच बजे जब उसके पिता इंद्रपाल उठे तो वह फांसी के फंदे पर लटका मिला।
परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस को उसके पास से सुसाइड नोट नहीं मिला है। वह मोबाइल फोन भी नहीं चलाता था। स्वजनों के विस्तृत बयानों के बाद आगे की जांच होगी।