भोपाल। केंद्र सरकार 29 जुलाई को 'बाघ आकलन-2018" के आंकड़े घोषित कर रही है। नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशभर और वनमंत्री उमंग सिंघार भोपाल में मिंटो हॉल में प्रदेश के आंकड़े घोषित करेंगे। इस रिपोर्ट से पता चलेगा कि प्रदेश में वर्ष 2014 के बाद से मार्च 2018 के बीच कितने बाघ बढ़े।
वैसे वन विभाग के अफसर प्रफुल्लित हैं। वे प्रदेश में बाघों की संख्या 415 से ज्यादा होने का अनुमान लगा रहे हैं। पिछले आकलन में यहां 308 बाघ पाए गए थे। हालांकि इस स्थिति में भी प्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा मिलेगा या नहीं। यह अभी नहीं कहा जा सकता है।
प्रदेश में दिसंबर 2017 से मार्च 2018 तक बाघों की गिनती की गई है। इस बार कैमरा ट्रेप पद्धति, पगमार्क, पेड़ों पर खरोंच के अलावा गिनती के लिए वे सभी मापदंड अपनाए गए हैं, जो पिछली बार कर्नाटक सरकार ने अपनाए थे। इस पद्धति से कर्नाटक में देश में सबसे ज्यादा 406 बाघ गिने गए थे और कर्नाटक को टाइगर स्टेट का तमगा मिल गया था।
जानकार बताते हैं कि पिछले चार साल में मप्र में बाघ बढ़े हैं तो कर्नाटक में भी बढ़े होंगे। ऐसे में मध्य प्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा मिलेगा या नहीं, अभी नहीं कहा जा सकता है। वनमंत्री सिंघार ने मंगलवार को विधानसभा में मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि 29 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी देशभर में बाघों की संख्या के आंकड़े घोषित करेंगे। इस मौके पर प्रदेश सरकार मध्य प्रदेश के संदर्भ में बाघों के आंकड़े जारी करेगी।
Posted By: Hemant Upadhyay
नईदुनिया ई-पेपर पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे
नईदुनिया ई-पेपर पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे
- #Tigers in Madhya Pradesh
- #Counting of tigers
- #Prime Minister Narendra Modi
- #Forest Minister Umang Singhar
- #मध्यप्रदेश में बाघ
- #बाघों की गिनती