Ladli Laxmi Yojana: मनोज तिवारी, भोपाल। मध्य प्रदेश को वर्ष 2030 तक कुपोषण मुक्त बनाने का संकल्प ले चुकी राज्य सरकार अब बेटियों को पढ़ाने और कुपोषण दूर करने में लाड़ली लक्ष्मी बालिकाओं की मदद लेगी। इसके लिए ग्राम और बाल विकास परियोजना स्तर पर 'लाड़ली लक्ष्मी क्लब" बनाए जा रहे हैं।

बेटियों के समझाने से आएगा बदलाव

सरकार का मानना है कि क्षेत्र की बेटी जब लोगों को समझाएगी तो बदलाव आएगा। ग्राम स्तर के क्लब में छठी से आठवीं और परियोजना स्तर के क्लब में नौवीं से 12वीं कक्षा की छात्राओं को शामिल किया जाएगा।

मंगलवार को होगी लाड़ली लक्ष्‍मी क्‍लब की बैठक

माह के चौथे मंगलवार को क्लब की बैठक होगी, इसमें करियर काउंसलिंग, कुपोषण, एनीमिया, पढ़ाई बीच में छोड़ने, बाल अत्याचार और बालिकाओं से जुड़े गंभीर मामलों पर चर्चा होगी और इनसे निपटने की रणनीति बनाई जाएगी।

पढ़ाई छोड़ने वाली बेटियों के अभिभावकों को समझाएंगी

मध्य प्रदेश में 44 लाख से अधिक लाड़ली लक्ष्मी हैं। ये सभी इन क्लब के माध्यम से अपने क्षेत्र में सरकार के सजग प्रतिनिधि के रूप में काम करेंगी। वे बीच में पढ़ाई छोड़ने वाली बेटियों के घर जाएंगी और उनके अभिभावकों को जीवन में पढ़ाई का महत्व समझाएंगी। उनकी नियमित निगरानी भी करेंगी।

यह भी समझाइश देंगी

कुपोषित बच्चों के स्वजन को यह भी बताएंगी कि सरकारी मदद के अलावा भी वे अपने बच्चों को कैसे सुपोषित कर सकती हैं और इसके लिए उन्हें क्या करना चाहिए। वे बच्चों के बाडी मास इंडेक्स (लंबाई के हिसाब से वजन) पर भी ध्यान देंगी।

क्लब की बैठकों में ऐसे सभी बिंदुओं पर चर्चा होगी, निर्णय लिए जाएंगे, रणनीति बनेगी, मानीटरिंग होगी और स्थानीय पौष्टिक आहार का भी प्रदर्शन किया जाएगा। जिसके परिणाम की सूचना सरकार को दी जाएगी।

क्‍लब में विभिन्‍न प्रति‍न‍िध‍ि नियुक्‍त किए जाएंगे

क्लब में शिक्षा प्रतिनिधि, स्वच्छता प्रतिनिधि, स्वास्थ्य पोषण प्रतिनिधि नियुक्त किए जाएंगे, जो संबंधित विभाग के मंत्रियों की तरह काम करेंगे। उल्लेखनीय है कि 27 मार्च, 2022 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पचमढ़ी में क्लब के गठन की घोषणा की थी।

परियोजना अधिकारी तय करेंगे क्लब का अध्यक्ष

क्लब का अध्यक्ष परियोजना अधिकारी तय करेंगे। अध्यक्ष का कार्यकाल एक वर्ष रहेगा। इसमें छठी से आठवीं कक्षा की बालिकाएं सदस्य ही रहेंगी। महिला पंच, आशा कार्यकर्ता, सामाजिक सरोकारों के लिए काम करने वाली ग्राम की महिला, ग्राम में पदस्थ महिला शिक्षक, एएनएम आदि विशेष आमंत्रित सदस्य रहेंगी।

क्लब के समन्वयक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रहेंगे। क्लब की बैठकों में सेक्टर पर्यवेक्षक अनिवार्य रूप से शामिल होंगे। वहीं जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को बैठकों में आमंत्रित किया जाएगा।

प्रतियोगिताएं कराएगा क्लब

क्लब अपने कार्यक्षेत्र में भाषण, निबंध, खेलकूद, नृत्य, संगीत, पेंटिंग, प्रश्नोत्तरी आदि प्रतियोगिताएं कराएंगे।

इनका कहना है

लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत लाड़ली लक्ष्मी क्लब का गठन करने के निर्देश कलेक्टरों को दिए गए हैं। क्लब जल्दी ही काम शुरू कर देंगे।

- डा. रामराव भोंसले, आयुक्त, महिला एवं बाल विकास विभाग

Posted By: Hemant Kumar Upadhyay

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