भोपाल। सावन माह में हर ओर भगवान शिव की भक्ति की बयार बह रही है। तमाम भक्त भोलेनाथ की भक्ति में जुटे हैं। सावन के दूसरे सोमवार पर कई वर्षों बाद दुर्लभ संयोग सोम प्रदोष व्रत आया है। इससे इस दिन की शुभता और बढ़ गई है। ये दिन कई मायने में शुभ है। अगले दिन यानि 30 जुलाई को शिवरात्रि मनाई जाएगी।
सोमवार को शहर के बड़वाले महादेव मंदिर, गुफा मंदिर, नेवरी मंदिर, बिड़ला मंदिर, गिन्नौरी के पास शिवजी मंदिर सहित सभी शिवालयों में भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना के साथ जलाभिषेक, दूधाभिषेक किया जा रहा है। सोम प्रदोष व्रत की पूजा शाम 4.30 बजे से लेकर शाम सात बजे के बीच होगी।
अगले दिन शिवरात्रि का त्योहार
मां चामुंडा दरबार के पुजारी पं. रामजीवन दुबे व ज्योतिषाचार्य विनोद रावत ने बताया कि सावन का दूसरा सोमवार व्रत 29 जुलाई को है। अगले ही दिन (30 जुलाई) मंगलवार को शिवरात्रि का त्योहार है। दिलचस्प बात ये है कि सोमवार जहां भगवान शिव को समर्पित है। वहीं, मंगलवार का दिन माता पार्वती को समर्पित होता है। ये दिन सावन के दूसरे मंगला गौरी व्रत का भी है। ऐसे में ये दोनों दिन भक्तों के लिए खास हैं।
सावन शिवरात्रि पर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 9.10 से दोपहर 2 बजे तक है। वैसे ये पूरा दिन ही बहुत शुभ माना गया है। सुबह स्नान कर भगवान शंकर को बेलपत्र, गंगाजल, अक्षत, धूप, दीप आदि चढ़ाएं और पूजा करें। यह करना सभी भक्तों के लिए लाभदायी होगा।
दिल्ली के कनेर और मथुरा के मोगरे से बाबा बटेश्वर का श्रृंगार
कायस्थपुरा स्थित श्री बड़वाले महादेव मंदिर में सावन मास के दूसरे सोमवार को कई वर्षों बाद बन रहे दुर्लभ संयोग सोम प्रदोष पर भगवान बटेश्वर फूलेश्वर रूप में विराजित हुए हैं। फूलों से भव्य श्रृंगार किया गया है। श्री बड़वाले महादेव मंदिर समिति एवं ट्रस्ट के संयोजक संजय अग्रवाल व प्रमोद नेमा ने बताया कि सोम प्रदोष के अवसर पर बाबा बटेश्वर को फूलों से सजाकर फूलेश्वर महादेव का रूप दिया गया है। गर्भगृह को दिल्ली से मंगाए गए कनेर, मथुरा के मोगरा और राजधानी से खरीदे गए गुलाब, सेवंती, गेंदा, रजनीगंधा से सजाया गया है। सुबह आठ बजे रूद्राभिषेक, सुबह 10 से दोपहर एक बजे तक आम श्रद्धालुओं के द्वारा जलाभिषेक किया गया। शाम 5 बजे श्रृंगार व रात 9 बजे महाआरती होगी। श्री मुरलीवाला गु्रप के विजय चतुर्वेदी और उनकी टीम द्वारा भोलेनाथ के भजनों की आकर्षक प्रस्तुति होगी। इसके बाद रात एक बजे शयन आरती होगी।
केसर मिश्रित दूध से भगवान पशुपतिनाथ का रुद्राभिषेक
सावन के दूसरे सोमवार को सोम प्रदोष पर टीटी नगर टीनशेड स्थित मां वैष्णो धाम आदर्श नौ दुर्गा मंदिर में सुबह 9 बजे केसर मिश्रित दूध, 1008 बेलपत्र व 11 प्रकार के फलों के जूस से भगवान पशुपतिनाथ का रूद्राभिषेक किया गया।
Posted By: Nai Dunia News Network
- Font Size
- Close