अतीक अहमद, मंडीदीप। गुरुवार रात नांदोर ग्राम में ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ी रोककर हंगामा खड़ा कर दिया। दरअसल तीन दिन पहले पुलिस ने एक गुमशुदगी कायम की थी, जिसमें सुखी कुमडी गांव से आदिवासी समाज का एक युवक व युवती घर से भाग गए थे। पुलिस उनकी तलाश में जुटी थी। इस बीच यह बात भी सामने आई कि भागी युवती के भाई भी उक्त युवक की बहन को भगा ले गया है। इस पर दोनों परिवार आमने-सामने आ गए।
इसी दौरान मंडीदीप पुलिस को सूचना मिली कि एक जोड़ा नांदोर गांव में छिपा हुआ है। उसे दस्तयाब करने पुलिस पहुंची तो ग्रामीणों ने पुलिस वाहन को घेर लिया। सूत्र बताते हैं कि पुलिस वाहन के आगे ट्रैक्टर-ट्राली अड़ाकर रास्ता रोक दिया। ग्रामीण प्रेमी जोड़े को पकड़ने का विरोध कर रहे थे। इसी बात को लेकर गांव में काफी हंगामा हुआ। दो गांव के लोग आपस में भिड़ते-भिड़ते बचे। बताया जाता है कि गामीण इतने उत्तेजित थे कि पुलिस वाहन में आग लगाने की तैयारी कर ली गई थी। वे ऐसा कुछ कर पाते, उससे पहले ही सूचना पाकर थाना प्राभारी नरेंद्र पांडे दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए। उन्होंने सूझबूझ का परिचय देते हुए हले पुलिस वाहन को ग्रामीणों के घेरे से बाहर निकाला, फिर दोनों पक्षो का समझाइश देकर थाना ले आए।
देखते ही देखते मंडीदीप थाना में बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग एकत्र हो गए। घटना की गंभीरता को भांपते हुए एसडीओपी को रात्रि में मंडीदीप आना पड़ा। मंडीदीप पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार तीन दिन पहले कुमडी से एक प्रेमी जोड़ा घर से भाग गया था जिसकी तलाश की जा रही थी। इसी बीच भागी हुई युवती के भाई भी उस युवक की बहन को भगा ले गया। दरअसल एक पक्ष का युवक ट्रैक्टर से नहीं भागता, तो उसके साथ बड़ा हादसा हो सकता था। वहीं उसके भागते समय एक-दो लोग ट्रैक्टर की चपेट में आने से बचने के लिए भागने में घायल हो गए। मंडीदीप पुलिस ने फरियादी अखिलेश धुर्वे की शिकायत पर चार लोगों के विरुद्ध, वहीं दूसरे पक्ष के राजाराम उइके की शिकायत पर एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
Posted By: Ravindra Soni
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