बता दें कि 30 दिसम्बर को सुभाष नगर रेलवे ओव्हर ब्रिज का निरीक्षण किया था। उस दौरान दिखी खामियों को दूर करने के निर्देश अधिकारियों को दिए थे। आवागमन और ट्रेफिक की व्यवस्था सुगम बनाने के लिए 5 से 12 जनवरी के बीच ट्रॉयल रन भी करवाया गया। मंत्री ने 5 जनवरी को मौके पर पहुंचकर स्वंय गाड़ी चलाकर ट्रायल रन किया। ब्रिज पर कई बार भारी वाहन, हल्के मोटरयान सहित टू-व्हीलर वाहनों की आवाजाही कर तकनीकी दृष्टि से परीक्षण किया गया। ट्रायल रन में मिक्स ट्रेफिक का आवागमन कर वास्तविकता का आंकलन कर यातायात के समय आने वाली व्यवहारिक कठिनाइयों को जाना और उपयुक्त तकनीकी सुधार करवाए गए। ओव्हर ब्रिज से नगर की लगभग 5 लाख जनता को सहुलियत मिलगी। राशि 28 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित ब्रिज की लंबाई रिटर्न वाल सहित 641.800 मीटर है। चौड़ाई 15 मीटर और रेल्वे पोर्शन 64 मीटर है। लोक निर्माण विभाग का पोर्शन 318 मीटर और रिटर्न वॉल 259 मीटर है। मंत्री विश्वास सारंग के साथ निरीक्षण के दौरान जिला प्रशासन, पुलिस, लोक निर्माण विभाग और नगर निगम के अधिकारी मौजूद थे।
इधर, निरीक्षण के दौरान मौके पर पहुंचने के बाद भी एडशिनल सीपी अपनी कार से नहीं उतरे। थोड़ी देर बाद वे आए तो मंत्री विश्वास सारंग ने उनसे पूछा कि कहां घूम रहे हो। इस पर एडिशनल सीपी ने सफाई दी कि हम कार में ही बैठे थे। इस पर मंत्री ने फटकार लगाते हुए कहा कि मैं यहां हूं, मेरा दौरा यहां चल रहा है, तुम लोग गाड़ी से नहीं उतर रहे हो।
Posted By: Ravindra Soni