भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की ओर से मप्र 10वीं-12वीं के बोर्ड के विद्यार्थियों का परिणाम गुरुवार को दोपहर 12.30 बजे जारी किया जाएगा। मंडल ने परिणाम घोषित करने की तैयारी पूरी कर ली है। 10वीं व 12वीं बोर्ड परीक्षा में करीब 18 लाख विद्यार्थियों का परिणाम जारी किया जाएगा। रिजल्‍ट की तारीख घोषित होते ही विद्यार्थियों के मन में भी चिंता बढ़ गई है। इस संदर्भ में काउंसलर का कहना है कि अभिभावक बच्चों से बातचीत करें और उनकी समस्याएं समझें। उनके साथ रहें और रिजल्ट को लेकर बच्चों पर दबाव नहीं डालें। वहीं मनोचिकित्सक का मानना है कि बच्चों के व्यवहार पर विशेष ध्यान दें। परिणाम को लेकर तुलना न करें।

रिजल्ट को करियर की अगली सीढ़ी मानें

विशेषज्ञों का कहना है कि 10वीं व 12वीं परिणाम के आधार पर किसी के करियर का आकलन नहीं किया जा सकता है। बल्कि जैसा भी रिजल्ट आए, उसे करियर की आगे की सीढ़ी मानते हुए स्वीकार करें। अभिभावकों को सलाह है कि इस समय दो दिन तक बच्चों के साथ रहें।

काउंसलर्स ने अभिभावकों को दिए टिप्स

- बच्चों पर नजर रखें। उनके साथ रहें।

-घर का माहौल नकारात्मक न बनाएं।

- अपने बच्चों की निंदा न करें।

- दूसरे बच्चों के रिजल्ट से तुलना न करें।

- बच्चों का परिणाम कैसा भी आए, उसे स्वीकार करें।

- अच्छे अंक को लेकर बच्चों पर दबाव ना डालें।

विद्यार्थियों के लिए टिप्स

- शांत रहें और घबराएं नहीं, बल्कि आत्मविश्वास बनाकर रखें।

-परिणाम जैसा भी आए, उसे स्वीकार करें।

-इस परिणाम को अंतिम पड़ाव न मानें, बल्कि करियर में आगे बढ़ने के लिए यह महज एक सीढ़ी है।

-अपनी मन की बात अभिभावकों, शिक्षकों व दोस्तों से शेयर करें।

-आगे कड़ी मेहनत करें और निराश ना हो।

- दोस्तों से अपनी तुलना ना करें।

सफलता के लिए परिणाम मायने नहीं रखता है।विद्यार्थी अपने आप को शांत रखें। 10वीं व 12वीं का परिणाम करियर में आगे बढ़ने की एक सीढ़ी है। ऐसे में अभिभावक बच्चों को आगे बढ़ने की दिशा दिखाएं। उन्हें प्रोत्साहित करें, ताकि वे मायूस ना हों।

- शबनम खान, काउंसलर

यह परीक्षा परिणाम आपका अंतिम नहीं है। अगर आपका परिणाम उम्मीद के मुताबिक ना आए तब भी निराश ना हो और आगे के लिए कड़ी मेहनत करें। घबराएं बिल्कुल नहीं। अभिभावकों व दोस्तों से बातचीत करते रहें।

- रेखा शर्मा, प्राचार्य, माडल स्कूल

विद्यार्थी अपनी मेहनत पर भरोसा करें। जैसा भी परिणाम आए। उसे स्वीकार करें और आगे के लिए दोगुने उत्साह के साथ जुट जाएं। तनाव बिल्कुल ना लें।

- डा. सत्यकांत त्रिवेदी, मनोचिकित्सक

Posted By: Ravindra Soni

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