MP Board Exam Result 2023 Analysis अंजली राय, भोपाल। मध्‍य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल का 10वीं व 12वीं का परीक्षा परिणाम वर्ष 2021 में 100 प्रतिशत रहा था, क्योंकि इस वर्ष कोविड काल था और सभी को जनरल प्रमोशन दिया गया था। इस साल 10वीं का परीक्षा परिणाम 63.29 प्रतिशत रहा जो पिछले साल से 3.75 प्रतिशत ज्यादा है पर 12वीं में परिणाम पिछड़ गया।

इस परीक्षा में कुल सात लाख 27 हजार 44 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इसका रिजल्ट 55.28 प्रतिशत रहा, जबकि पिछले साल 72.72 प्रतिशत रहा था। यानी 17.47 प्रतिशत की गिरावट आई है। वहीं 2020 में 62.84 प्रतिशत रहा था।

अधिकारियों व शिक्षाविद की मानें तो दसवीं के परिणाम में सुधार बेस्ट आफ फाइव योजना को माना जा रहा है। वहीं 12वीं के खराब परिणाम को कोविड काल का खमियाजा बता रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि कोविड काल 2021 में वर्तमान के 12वीं के विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन दिया गया था इसलिए ऐसे हालात बने हैं।

इस वर्ष 12वीं का परिणाम

नियमित विद्यार्थियों की संख्या- 8,15,364

पास विद्यार्थियों की संख्या-4,01,366

पास होने का प्रतिशत-55.28

पूरक विद्यार्थियों की संख्या-1,12,872

प्रथम श्रेणी- 2,79,257

द्वितीय श्रेणी-1,21,5,07

तृतीय श्रेणी-602

इस वर्ष 10वीं का परिणाम

विद्यार्थियों की संख्या-7, 27,044

पास विद्यार्थियों की संख्या-5,15,955

प्रतिशत में परिणाम-63.29

पूरक विद्यार्थियों की संख्या-82,335

प्रथम श्रेणी -3,39,441

द्वितीय श्रेणी-1,73,290

तृतीय श्रेणी-3,224

10वीं का पांच साल का परिणाम

2023-63.29 प्रतिशत

2022-59.54 प्रतिशत

2021- 100 प्रतिशत

2020- 62.84 प्रतिशत

2019- 61.32 प्रतिशत

12वीं का पांच साल का परिणाम

2023- 55.28 प्रतिशत

2022-72.72 प्रतिशत

2021-100 प्रतिशत

2020- 68.81 प्रतिशत

2019-72.37 प्रतिशत

10वीं में टाप-5 जिले का परिणाम

नरसिंहपुर-80.29 प्रतिशत

सीहोर- 70 प्रतिशत

मंडला- 78.65 प्रतिशत

आलीराजपुर-76.46 प्रतिशत

12वीं में टाप-5 जिले का परिणाम

नरसिंहपुर-79.46 प्रतिशत

नीमच- 73.14 प्रतिशत

मंडला- 67.77 प्रतिशत

मंदसौर-67.55 प्रतिशत

अनूपपुर-66.95 प्रतिशत

10वीं व 12वीं में बड़े शहरों का परिणाम

10वीं 12वीं

इंदौर - 66.50 प्रतिशत 61.93 प्रतिशत

भोपाल-62.27 प्रतिशत 56.07 प्रतिशत

ग्वालियर-59.13 प्रतिशत 46.08 प्रतिशत

जबलपुर-58.14 प्रतिशत 48.9 प्रतिशत

2023 2022 अंतर प्रतिशत

सरकारी स्कूलों का उत्तीर्ण प्रतिशत 54.52 प्रतिशत 70.92 प्रतिशत 16.30

निजी स्कूलों का उत्तीर्ण प्रतिशत 56.66 प्रतिशत 76.30 प्रतिशत 19.64

इनका कहना है

कोविड काल में जनरल प्रमोशन देने के कारण इस वर्ष 12वीं के परिणाम में गिरावट आई है। परिणाम की समीक्षा कर शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार करने का प्रयास किया जाएगा।

रश्मि अरूण शमी, प्रमुख सचिव, स्कूल शिक्षा विभाग

वर्तमान के 12वीं के विद्यार्थी कोविड काल में 10वीं में थे।उन्हें जनरल प्रमोशन दिया गया। इसके बाद उनकी पढ़ाई दो साल प्रभावित हुई। कहीं ना कहीं स्कूलों में भी पढ़ाई कम गतिविधियां ज्यादा करवाई गई। साथ ही अभिभावक भी बच्चों पर ध्यान नहीं दे पाए। इस कारण परिणाम खराब रहा।

- सुनीता सक्सेना, शिक्षाविद

Posted By: Hemant Kumar Upadhyay

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