MP News: सौरभ सोनी, भोपाल। मध्य प्रदेश के सरकारी इंजीनियरिंग कालेजों की अव्वल 50 छात्राओं को मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी (एमएएनआइटी) भोपाल में दो सेमेस्टर की पढ़ाई करने का अवसर मिलेगा। प्रदेशभर से ऐसी 50 छात्राओं का तृतीय वर्ष के परीक्षा परिणाम के आधार पर चयन किया जाएगा। इनकी अंतिम वर्ष की पढ़ाई मैनिट भोपाल में कराई जाएगी। इसी तरह मैनिट के चुनींदा विद्यार्थियों को आइआइटी दिल्ली में पढ़ने का अवसर भी मिलेगा। दरअसल, मध्य प्रदेश के वरिष्ठ आइएएस मनु श्रीवास्तव ने विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाने और बेहतर टेक्नोक्रेट तैयार करने के उद्देश्य से यह नवाचार किया है।

आइआइटी से भी कर रहे बात

मनु श्रीवास्तव स्वयं भी आइआइटीयन हैं। तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास विभाग के प्रमुख सचिव होने के नाते वे आइआइटी इंदौर से भी बात कर रहे हैं, ताकि मैनिट के विद्यार्थियों को इंदौर आइआइटी में भी यही सुविधा मिल सके। अगले शैक्षणिक सत्र से इस नई व्यवस्था की शुरुआत की जाएगी। इस नवाचार के लिए अध्यादेश भी लाया जाएगा।

आठ ब्रांच शामिल, फिलहाल इलेक्ट्रिकल से होगी शुरुआत

इस नवाचार में राज्य सरकार के इंजीनियरिंग कालेजों की आठ ब्रांच को शामिल किया गया है। इनमें सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्युनिकेशंस, केमिकल, मटेरियल्स एंड मेटलार्जिकल इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर ब्रांच की न्यूनतम पांच एवं अधिकतम 10 छात्राओं का चयन सीजीपीए (क्यूमिलेटिव ग्रेड पाइंट एवरेज) के आधार पर किया जाएगा। मैनिट में पढ़ाई के दौरान केवल हास्टल फीस लगेगी।

आरजीपीवी देगा डिग्री, मैनिट में पढ़ाई का डिग्री में होगा उल्लेख

बी.टेक की छात्राएं सातवें और आठवें सेमेस्टर और बी.आर्क की छात्राएं नौवें व दसवें सेमेस्टर (अंतिम वर्ष) की पढ़ाई मैनिट में करेंगी। ये छात्राएं समर प्रोजेक्ट भी यहीं करेंगी। बी.टेक के छह सेमेस्टर और आर्किटेक्चर के आठ सेमेस्टर तक जो विषय नहीं पढ़ाए गए, ऐसे विषय मैनिट में पढ़़ाए जाएंगे। मेजर प्रोजेक्ट भी मैनिट में ही कराए जाएंगे लेकिन गाइड मूल कालेज के होंगे। आरजीपीवी (राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय) इन्हें अपनी डिग्री देगा, लेकिन सर्टिफिकेट और डिग्री में अंतिम वर्ष की पढ़ाई मैनिट में करने का विशेष उल्लेख होगा। कोर्स पूरा होने पर ग्रेड कितनी है, यह मैनिट तय करेगा। नियम आदि भी मैनिट के ही प्रभावी होंगे। हालांकि ट्रेनिंग प्लेसमेंट मैनिट में नहीं होगा, यह व्यवस्था छात्राओं के मूल कालेज की ही होगी।

आइआइटी दिल्ली में पढ़ेंगे मैनिट के विद्यार्थी

मैनिट भोपाल के छात्र-छात्राओं को आइआइटी दिल्ली में पढ़ाया जाएगा। जिनका सीजीपीए (क्यूमुलेटिव ग्रेड पाइंट एवरेज) आठ है, वे विद्यार्थी ही आइआइटी दिल्ली में अध्ययन के लिए चयनित होंगे। इन्हें आइआइटी दिल्ली में कैजुअल स्टूडेंट माना जाएगा। इनके मेजर, माइनर, समर सभी प्रोजेक्ट आइआइटी दिल्ली में ही होंगे। छात्र-छात्राओं का क्रेडिट स्कोर बना रहे इतने अंक लाना अनिवार्य होगा। विद्यार्थियों की परफार्मेंस रिपोर्ट आइआइटी दिल्ली की सुपरवाइजर फेकल्टी देगी।

मैनिट प्रबंधन से अनुबंध किया गया है। इसी तरह मैनिट के छात्र-छात्राओं को आइआइटी दिल्ली में पढ़ाया जाएगा। अगले सत्र से इसकी शुरुआत की जाएगी। आइआइटी इंदौर से भी बात चल रही है। - मनु श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग, मध्य प्रदेश

Posted By: Prashant Pandey

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