भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। मप्र में अगले कुछ दिनों में बिजली आपूर्ति की व्यवस्था चरमरा सकती है। 45 हजार आउटसोर्स कर्मचारियों, पांच हजार संविदा कर्मचारियों के बाद 70 हजार से ज्यादा बिजली कर्मचारी आज से हड़ताल पर चले जाएंगे। ये सभी कर्मचारी यूनाइटेड फोरम फार पावर इम्प्लाइज एंड इंजीनियर्स के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर कामबंद हड़ताल शुरू कर रहे हैं। इस दौरान लोगों को न तो नवीन बिजली कनेक्शन मिल सकेंगे और न ही फाल्ट सुधारे जा सकेंगे। आउटसोर्स कर्मचारियों के बाद बिजली कर्मचारियों की हड़ताल लोगों की मुश्किलें बढ़ा सकती है।
21 जनवरी से बिजली आउटसोर्स कर्मचारी पहले से ही हड़ताल कर रहे थे। उन्हें समर्थन देते हुए 70 हजार से ज्यादा नियमित बिजली कर्मचारी भी 24 जनवरी से हड़ताल पर जा रहे हैं।
इन मांगों को लेकर कर रहे हड़ताल कर रहे कर्मचारी
1. आउटसोर्स कर्मी और संविदा कर्मचारियों को नियमित कर संविलियन किया जाए।
2. कर्मचारियों के जीवन को सुरक्षित रखने के लिए मानव संसाधन नीति बनाई जाए। वरिष्ठता के अनुसार वेतन वृद्धि देकर 20 लाख तक का दुर्घटना बीमा कराया जाए।
3. पुरानी पेंशन बहाल की जाए।
4. नियमित कर्मचारियों को 15 सालों से नहीं मिला फ्रिंज बेनिफिट दिया जाए।
न ली जा सकेगी रीडिंग, न सुधरेंगे फाल्ट
हड़ताल के कारण शहर में मीटर रीडिंग और फाल्ट सुधारने जैसे बुनियादी काम भी नहीं हो सकेंगे। इससे आम लोगों की परेशानी बाद जाएगी। यूनाइटेड फोरम पहले से ही आउटसोर्स कर्मचारियों की हड़ताल का समर्थन कर चुका है।
1. उपभोक्ताओं के यहां बिजली बंद होने पर सुधार कार्य नहीं हो सकेगा।
2. नए मीटर कनेक्शन नहीं लग सकेंगे।
3. मीटर रीडिंग और बिजली बिल की वसूली भी नहीं हो सकेगी।
4.सर्वे और पेट्रोलिंग के काम प्रभावित होंगे।
Posted By: Ravindra Soni
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