भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिध। एक बार सौर ऊर्जा पैनल लगवाने पर लगभग 25 साल तक निरंतर बिजली मिलती रहेगी। सोलर पैनल से उत्पादित बिजली के मूल्य को देखते हुए सोलर पैनल लगाने पर हुए व्यय का भुगतान अगले तीन से चार साल में बराबर हो जाएगा। इसके बाद अगले 20 साल तक सोलर से बिजली का लाभ सतत मिलता रहेगा। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने आमजन एवं उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे अपने घर, ग्रुप हाउसिंग सोसायटी की छत, लगी हुई खुली जगह पर सोलर पैनल लगवाएं और बिजली पर होने वाले खर्च को बचाएं। कंपनी ने बताया है कि सोलर पैनल लगाने से एक ओर जहॉं कार्बन फुटप्रिंट कम होगा वहीं दूसरी ओर पर्यावरण को भी लाभ मिलेगा।

100 स्क्वायर फीट जगह की जरूरत

एक किलोवाट क्षमता के सौर ऊर्जा पैनल के लिए लगभग 100 स्क्वायर फीटजगह की जरूरत होती है। केंद्र सरकार द्वारा आमजन/उपभोक्ताओं को 3 किलोवाट तक के सोलर प्लांट पर 40 प्रतिशत सबसिडी और 3 किलोवाट के बाद 10 किलोवाट तक 20 प्रतिशत सब्सिडी एवं ग्रुप हाउसिंग सोसायटी को कामन सुविधा वाले संयोजन पर 500 किलोवाट तक (10 किवा प्रति घर) 20 प्रतिशत की सबसिडी दी जा रही है। उपभोक्ता द्वारा संदेश एप से सरलीकृत प्रक्रिया से केन्द्र सरकार के नेशनल पोर्टल www.solarrooftop.gov.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन के बाद कंपनी के अधिकृत वेंडर्स से सोलर पैनल लगाने का कार्य कराया जा सकता है। सोलर रूफटाप योजना में मिलने वाली सब्सिडी की राशि केन्द्र सरकार द्वारा उपभोक्ता के खाते में स्वत: जमा करवा दी जाएगी। वहीं कंपनी द्वारा अधिकृत एजेंसी, तकनीकी विवरण, सब्सिडी और भुगतान की जाने वाली राशि की जानकारी के लिए मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के निकटतम कार्यालय से सम्पर्क किया जा सकता है अथवा कंपनी की वेबसाइट portal.mpcz.in के मुख्य पृष्ठ को देखा जा सकता है।

सोलर प्लांट लगाने पर मिलने वाली सब्सिडी

क्षमता - सबसिडी (रुपये में)

1 किलोवाट- 14588

2 किलोवाट- 29176

3 किलोवाट- 43764

4 किलोवाट- 51058

5 किलोवाट- 583526

6 किलोवाट- 65646

7 किलोवाट - 72940

8 किलोवाट - 80234

9 किलोवाट- 87528

10 से 500 किलोवाट- 94822

Posted By: Ravindra Soni

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