भोपाल (राज्य ब्यूरो)। नई दिल्ली में नया मध्य प्रदेश भवन केवल भवन नहीं, यहां मध्य प्रदेश की जनता की भावनाएं और आकांक्षाएं हैं। इस भवन से हमें कर्तव्यों के निर्वहन में मदद मिलेगी। जिन मित्रों ने इस भवन के निर्माण में अपना सहयोग दिया है, उनको पुनः बधाई और शुभकामना देता हूं और मध्य प्रदेश की जनता को यह भवन समर्पित करता हूं। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नई दिल्ली में नवीन मध्य प्रदेश भवन के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। भवन में प्रदेश के मंत्री, सांसद, विधायक सहित राज्य के नागरिक भी सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। मुख्यमंत्री श्चौहान ने कहा कि हमारी कोशिश होगी कि प्रदेश के गंभीर बीमारी वाले नागरिक और सिविल सेवा की परीक्षा के लिये आने वाले विद्यार्थियों के लिये भी सुविधा विकसित की जाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुराने भवन में एक-दो कमरे जोड़कर बढ़ाने की कोशिश की गई थी, उसमें जो कक्ष भी थे, उनमें अत्यंत सीमित स्थान था। इस बात की आवश्यकता थी कि काम की दृष्टि से एक नया मध्य प्रदेश भवन बने। लोकार्पण कार्यक्रम में मध्य प्रदेश कैबिनेट मंत्री और अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश अब बीमारू राज्य नहीं है। इस साल 19.76 प्रतिशत विकास दर है। हमारी जीएसडीपी 12 लाख करोड़ पार कर गई है। देश की जीडीपी में हमारा योगदान 4.3 प्रतिशत है। हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। यह नया मध्य प्रदेश भवन भी यही दर्शाता है।
सुषमा स्वराज ने दिया था मप्र भवन के लिए भूखंड
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मैं सुषमा दीदी (सुषमा स्वराज) को प्रणाम करना चाहूंगा, वो उस समय विदेश मंत्री थीं और यह भूखंड विदेश मंत्रालय के पास था। उनसे जब मैंने आग्रह किया, तो उन्होंने यह भूमि देने में देर नहीं की। मैं वेंकैया नायडू को भी प्रणाम करता हूं। नरेंद्र सिंह तोमर ने भी सहयोग किया।
नया भवन आध्यामिक और सृष्टि की संपूर्णता का प्रतीक
मध्य प्रदेश भवन की विशेषता यह है कि इसके पास सारे कार्यालय हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने तय किया था कि इसमें 108 कमरे होना चाहिए। यह आध्यात्मिक परिपूर्णता का प्रतीक और सृष्टि की संपूर्णता का भी प्रतीक है। यह भवन केंद्र और राज्य के सहअस्तित्व की भावना को पूर्ण करेगा।
2018 में भूखंड आवंटित, 30 जनवरी-2023 को हुआ पूरा मप्र भवन
मुख्यमंत्री चौहान के व्यक्तिगत प्रयासों से वर्ष 2017 - 2018 में दिल्ली के जीसस एंड मेरी मार्ग चाणक्यपुरी क्षेत्र में नए मध्य प्रदेश भवन के निर्माण के लिए 1.477 एकड़ भूखंड प्राप्त हुआ था। प्रदेश सरकार और एनबीसीसी द्वारा प्रस्तुत परियोजना की परिकल्पना के लिए 2018 में 149.87 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई थी। नवनिर्मित मध्य प्रदेश भवन के निर्माण का कार्यपूर्णता प्रमाण पत्र एवं पूर्णता योजना की स्वीकृति एनडीएमसी द्वारा 30 जनवरी 2023 को जारी की गई है।
नए मप्र भवन में 33 आवासीय फ्लैट, विभिन्न श्रेणी के 108 कक्ष
मध्य प्रदेश भवन में मुख्य रूप से राज्यपाल सूईट, मुख्यमंत्री सूईट, विभिन्न श्रेणी के 108 कक्ष, मल्टीपरपज हाल, कांफ्रेंस हाल, वीडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष, एग्जीबिशन हाल, आवासीय आयुक्त कार्यालय, किचन एरिया, डाइनिंग हाल, वीआइपी लाउंज के साथ 23 आवासीय फ्लैट की सुविधाएं उपलब्ध हैं।
Posted By: Ravindra Soni