MP Weather Alert: भोपाल(नवदुनिया प्रतिनिधि)। मार्च के महीने में मध्य प्रदेश में मानसून जैसा माहौल बन गया है। वर्तमान में अलग–अलग स्थानों पर छह मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। उनके प्रभाव से बादल छा गए हैं। साथ ही अलग–अलग स्थानों पर तेज हवाएं चलने के साथ वर्षा भी हाे रही है।

सभी संभागों में गरज–चमक के साथ वर्षा होने की संभावना

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शनिवार–रविवार को मध्य प्रदेश के सभी संभागों में गरज–चमक के साथ वर्षा होने की संभावना है। इस दौरान कहीं–कहीं ओले भी गिर सकते हैं। उधर, शुक्रवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक मध्य प्रदेश के रतलाम में 15, रायसेन में तीन, नरसिंहपुर में एक, उज्जैन में 0.6, नर्मदापुरम में 0.1 मिलीमीटर वर्षा हुई।

किसानों को भारी नुकसान होने की आशंका बढ़ गई

जबलपुर, भोपाल और मलाजखंड में बूंदाबांदी हुई। सबसे अधिक 34.5 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन में दर्ज किया गया। बेमौसम आंधी–पानी से किसानों को भारी नुकसान होने की आशंका बढ़ गई है।

मौसम विज्ञानी की बात

मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। उत्तर–पूर्वी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। दक्षिण–पश्चिमी राजस्थान पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।

अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी आ रही

दक्षिण–पश्चिमी राजस्थान से बांग्लादेश तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। अरब सागर से उत्तर–पूर्वी मध्य प्रदेश तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। इसके अतिरिक्त मध्य प्रदेश के मध्य से लेकर तमिलनाडु तक भी एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। इन छह मौसम प्रणालियों के सक्रिय रहने से अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी आ रही है।

ओले गिरने की भी आशंका

इस वजह से बादल छाए हुए हैं। साथ ही अलग–अलग क्षेत्रों में गरज–चमक के साथ वर्षा हो रही है। शुक्ला के मुताबिक शनिवार–रविवार को मध्य प्रदेश के सभी जिलों में रुक–रुककर वर्षा हो सकती है। इस दौरान कहीं–कहीं ओले भी गिरने की आशंका है। उधर, 19 मार्च को भी एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। इस वजह से अभी तीन–चार दिन तक मौसम साफ होने की संभावना भी नहीं है।

Posted By: Hemant Kumar Upadhyay

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