भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। अलग-अलग स्थानों पर बनी चार मौसम प्रणालियों के असर से वातावरण में नमी बढ़ने लगी है। जिसके चलते उत्तरी मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ वर्षा हो रही है। इसी क्रम में पिछले 24 घंटों के दौरान गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे तक दतिया में 3.4, शिवपुरी में दो, सिवनी में एक, ग्वालियर में 0.4 मिलीमीटर वर्षा हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक गुरुवार-शुक्रवार को ग्वालियर, चंबल, सागर, उज्जैन, रीवा, शहडोल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा होने की संभावना है। इस वजह से तापमान में गिरावट होगी। लू से राहत मिल जाएगी। उधर राजधानी सहित प्रदेश के अन्य जिलों में दोपहर के बाद बादल छा सकते हैं।

मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ राजस्थान पर ट्रफ के रूप में बना हुआ है। उत्तरी पाकिस्तान पर हवा के ऊपरी भाग में बना चक्रवात अब पंजाब पर आ गया है। उत्तर प्रदेश से लेकर बांग्लादेश तक द्रोणिका लाइन बनी हुई है, जो बिहार, झारखंड से होकर जा रही है। इसके अतिरिक्त दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश से लेकर कर्नाटक तक एक अन्य द्रोणिका लाइन बनी हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी इन मौसम प्रणालियों के अलावा हवा का रुख भी पश्चिमी एवं दक्षिण-पश्चिमी बना हुआ है। इस वजह से अरब सागर से नमी भी आ रही है। इस वजह से ग्वालियर, चंबल, सागर, उज्जैन रीवा, शहडोल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा हो रही है। शुक्ला के मुताबिक भोपाल सहित अन्य जिलों में भी दोपहर के बाद आंशिक बादल छा सकते हैं। इससे दिन के तापमान में कुछ गिरावट भी होने की संभावना है।

Posted By: Ravindra Soni

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