भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। अलग-अलग स्थानों पर बनी चार मौसम प्रणालियों के असर से वातावरण में लगातार नमी आ रही है। इस वजह से मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में बादल छा रहे हैं। साथ ही कहीं-कहीं तेज हवाएं चलने के साथ गरज-चमक और वर्षा भी हो रही है। पिछले 24 घंटों के दौरान शुक्रवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक ग्वालियर में 18.7, नौगांव में 18.0, शिवपुरी में आठ, सागर में 5.4, दतिया में पांच, उमरिया में 1.6, इंदौर में 0.1 मिलीमीटर वर्षा हुई। राजधानी भोपाल में भी गुरुवार रात अलग-अलग स्थानों पर आंधी चलने के साथ तेज बौछारें पड़ीं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शुक्रवार-शनिवार को भोपाल, ग्वालियर, चंबल, सागर, नर्मदापुरम संभाग के जिलों में वर्षा होने की संभावना है। शेष संभागों के जिलों में गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है।

मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पूर्वी मध्य प्रदेश पर ट्रफ के रूप में बना हुआ है। उत्तरी पाकिस्तान और उससे लगे जम्मू-कश्मीर पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। दक्षिणी हरियाणा से लेकर सिक्किम तक एक द्रोणिका लाइन बनी हुई है। जो दक्षिणी उत्तर प्रदेश से होकर जा रही है। इसके अतिरिक्त मध्य प्रदेश से लेकर कनार्टक तक भी एक द्रोणिका लाइन बनी हुई है। हवा का रुख भी दक्षिणी बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि मौजूदा मौसम प्रणालियों के असर से ग्वालियर, चंबल, सागर, भोपाल, नर्मदापुरम संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा हो रही है। शुक्रवार-शनिवार को भी दोपहर के बाद इन क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ वर्षा होने की संभावना है। उधर बादल छाए रहने और बौछारें पड़ने से तापमान में और गिरावट होने की भी संभावना है।

Posted By: Ravindra Soni

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