भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से वातावरण में नमी आने का सिलसिला बना हुआ है। इंदौर में जहां दोपहर बाद मौसम ने करवट ली है वहीं, उज्जैन, दमोह, देवास और सागर जिले में बारिश हुई है। इंदौर में शाम को धूलभरी तेज आंधी चली। अनेक इलाकों में बिजली भी गुल हो गई।
जानकारी के अनुसार अशोकनगर के साथ ही सागर जिले में भी ओले गिरे हैं। रायसेन, आगर मालवा में तेज बारिश हुई जबकि जबलपुर और नर्मदापुरम क्षेत्र में हल्की बारिश हुई है। इटारसी में बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत के साथ दस बकरियों की जान चली जाने की सूचना भी मिली है।
मध्य प्रदेश के अधिकतर शहरों में तेज रफ्तार से हवाएं चलने के साथ गरज–चमक के साथ वर्षा हो रही है। इसी क्रम में पिछले 24 घंटों के दौरान शुक्रवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक सागर में 8.2, भोपाल में 2.7, सागर में 2.2, रतलाम में 1.8, ग्वालियर में 0.8, बैतूल में 0.6 मिलीमीटर वर्षा हुई।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक भोपाल, इंदौर, उज्जैऩ, नर्मदापुरम, ग्वालियर, सागर, जबलपुर संभागों के जिलों में गरज–चमक के साथ वर्षा होने की संभावना है। इस दौरान कहीं–कहीं ओले भी गिर सकते हैं। मौसम का इस तरह का मिजाज 21 मार्च तक बना रह सकता है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक अधिकतर शहरों में रुक–रुककर बौछारें पड़ने के कारण तापमान में मामूली गिरावट दर्ज हुई है। राजधानी में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 19.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
हालांकि यह गुरुवार के न्यूनतम तापमान 21.4 डिग्री सेलि्सयस से 2.2 डिग्री सेल्सियस कम रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है।
उत्तर–पूर्वी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। दक्षिण–पश्चिमी राजस्थान पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इन तीन मौसम प्रणालियों के असर से अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। इस वजह से मध्य प्रदेश के अधिकतर शहरों में गरज–चमक के साथ वर्षा हो रही है। शुक्रवार को भी दोपहर के बाद मध्य प्रदेश के सभी संभागों के जिलों में वर्षा होने के आसार हैं। इस दौरान कहीं–कहीं ओले भी गिर सकते हैं।
Posted By: Ravindra Soni
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