
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। सर्द हवाओं ने एक बार फिर मध्य प्रदेश में सिहरन बढ़ा दी है। जिसके चलते रात के तापमान में गिरावट होने लगी है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अभी दो-तीन दिनों तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रह सकता है। शनिवार रात का सबसे कम 6.1 डिग्री सेल्सियस तापमान नौगांव में रिकॉर्ड किया गया।
भोपाल में सात दिन बाद फिर शीतलहर का प्रभाव रहा। इसके पहले आठ से 21 नवंबर तक भोपाल में लगातार शीतलहर चली थी। 12 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। दिन का सबसे अधिक 29.8 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन में दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में श्रीलंका के पास चक्रवाती तूफान मौजूद है। इसके उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए रविवार सुबह उत्तरी तमिलनाडु और उससे लगे दक्षिण आंध्र प्रदेश के तट पर पहुंचने की संभावना है। एक पश्चिमी विक्षोभ वर्तमान में उत्तरी पंजाब एवं उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। एक नया पश्चिमी विक्षोभ ईरान के आसपास द्रोणिका के रूप में सक्रिय हो गया है।
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी वीएस यादव ने बताया कि अभी दो-तीन दिनों तक मौसम के मिजाज में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि उत्तरी पाकिस्तान के आसपास बना पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़कर उत्तरी पंजाब के आसपास आ गया है।
राजस्थान में बना प्रेरित चक्रवात भी समाप्त हो गया है। उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। वहां से आ रही सर्द हवाओं ने एक बार फिर सिहरन बढ़ा दी है। इस वजह से न्यूनतम तापमान में कुछ और गिरावट होने के आसार हैं।