MP Weather Update: भाेपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी में काेई प्रभावी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से दक्षिण-पूर्वी मानसून तीन दिन से मध्यप्रदेश में ठिठका हुआ है। गुरुवार काे भी मानसून की उत्तरी सीमा पाेरबंदर, बड़ौदा, शिवपुरी, रीवा और चुर्क से हाेकर गुजर रही है। हालांकि अलग-अलग स्थानाें पर सक्रिय चार मौसम प्रणालियाें के कारण आ रही नमी के कारण राजधानी सहित प्रदेश के विभिन्न जिलाें में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने का सिलसिला बना हुआ है।
इसी क्रम में गुरुवार काे सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सिवनी में 13, मलाजखंड में तीन, उमरिया में तीन, रीवा में दाे, धार में दाे, नर्मदापुरम में एक, सागर में 0.8, छिंदवाड़ा में 0.6 मिलीमीटर वर्षा हुई। उज्जैन में बूंदाबांदी हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि समुद्र में किसी प्रभावी मौसम प्रणाली के नहीं रहने के कारण मानसून काे आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिल पा रही हैं। इससे वर्षा की गतिविधियाें में भी कमी आ रही है। नमी कम हाेने से दिन का तापमान भी धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। साथ ही वातावरण में उमस बढ़ रही है।
ये मौसम प्रणालियां हैं सक्रिय
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षाेभ पाकिस्तान और उससे लगे जम्मू-कश्मीर में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात के रूप में बना है। दक्षिणी गुजरात से केरल तक एक अपतटीय द्राेणिका लाइन है। दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। अरब सागर के महाराष्ट्र तट पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।
इन चार मौसम प्रणालियाें के असर से कुछ नमी आने के कारण राजधानी सहित मध्यप्रदेश के अलग-अलग जिलाें में गरज-चमक के साथ वर्षा हाे रही है। इस तरह की स्थिति तीन-चार दिन तक बनी रहगी। इस दौरान दिन का तापमान भी बढ़ेगा। साथ ही उमस भी सताएगी। 27 जून से वर्षा की गतिविधियाें में तेजी आने की संभावना है।
गुरुवार काे प्रदेश के चार प्रमुख शहराें का तापमान
शहर अधिकतम न्यूनतम
भाेपाल 36.2 22.0
इंदौर 35.4 23.8
जबलपुर 35.1 26.4
ग्वालियर 40.0 28.6
नाेट: तापमान डिग्रीसे. में।
Posted By: Hemant Kumar Upadhyay
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