भोपाल(नवदुनिया प्रतिनिधि)।
राजधानी में 30 नवंबर से शुरू हो रही घर बैठें लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस व्यवस्था के विरोध में मप्र तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ, परिवहन विभाग के कर्मचारी उतर आए हैं। बुधवार को क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) के कर्मचारियों ने विरोध करते हुए परिवहन आयुक्त मुकेश कुमार जैन को एक ज्ञापन सौंपा है। जिसमें कहा गया है कि यदि 26 नवंबर को लर्निंग लाइसेंस की व्यवस्था का फैसला वापस नहीं लिया गया है तो 27 और 28 नवंबर सभी कार्य छोड़कर हड़ताल करेंगे। मप्र तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ, परिवहन विभाग के प्रांत अध्यक्ष श्याम यादव ने बताया कि नई व्यवस्था के तहत फर्जी लर्निंग लाइसेंस बनने से कोई नहीं रोक सकता है। जब आवेदक आरटीओ में लाइसेंस बनवाने आते हैं तो भी कई बार अनजाने में दस्तावेजों की जांच करने में गड़बड़ी नहीं स्र्कता है। नई व्यवस्था के तहत तो आवेदक आरटीओ व डीटीओ में आएंगे ही नहीं। ऐसे में आसानी से दस्तावेज किसी के और फोटो किसी और का लगने की गड़बड़ी खुलेआम होगी। यदि कोई दिव्यांग है, वह भी आसानी से साधारण ड्राइविंग लाइसेंस बनवा सकेगा। ऐसी गड़बड़ियों का सारा ठिकारा आरटीओ व डीटीओ के कर्मचारियों पर फोड़ा जाएगा। इसी को लेकर दो दिन की हड़ताल करने का सभी कर्मचारियों ने निर्णय लिया है। इसके अलावा तीन सालों से चली आ रही कर्मचारियों की खाकी वर्दी और कर्मचारियों को परिवहन उपनिरीक्षक बनाने के लिए आयोजित विभागीय परीक्षा शुरू कराने की मांग को लेकर हड़ताल करेंगे। बीते 25 सालों से परिवहन विभाग में पदोन्नति के लिए विभागीय परीक्षाएं बंद हैं। जिससे परिवहन विभाग के वरिष्ठ कर्मचारियों को पदोन्नति का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
Posted By: Ravindra Soni
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