Science Festival in Bhopal : भोपाल(नवदुनिया प्रतिनिधि)। भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आइआइएसएफ) का आयोजन मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी (मैनिट) में शनिवार से शुभारंभ हुआ। महोत्सव में भारत में विज्ञान के क्षेत्र में हुई प्रगति पर आधारित एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। इसमें इसरो, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, डीआरडीओ सहित विज्ञान के क्षेत्र में कार्य करने वाले भारत के 300 से अधिक वैज्ञानिक संस्थाओं की ओर से माडल प्रदर्शित किए गए हैं। इसमें सबसे आकर्षण का केंद्र साइंस विलेज रहा। इसमें 11 कमरों में साइंस विलेज बनाया गया है। इसमें लेह-लद्दाख सहित मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों से आए करीब 1500 स्कूली विद्यार्थी शामिल हुए। राजधानी में पहली इतने बड़े स्तर पर विज्ञान महोत्सव का आयोजन किया गया है। इसमें देश-विदेश से आठ हजार विज्ञानी अपने शोध के साथ शामिल हुए हैं।लेह-लद्दाख से सरकारी व निजी स्कूलों से आए विद्यार्थी साइंस विलेज में अपनी पारंपरिक वेशभूषा में शामिल हुए। वहां के विद्यार्थी मध्यप्रदेश के मौसम और प्राकृतिक सौंदर्य से प्रभावित हुए।
- लेह लद्दाख से 49 विद्यार्थी और 13 शिक्षक आए हैं। इस महोत्सव में शामिल होने के लिए विद्यार्थी उत्सुक हैं। उन्हें साइंस विलेज में दैनिक जीवन में उपयोग होने वाली वैज्ञानिक पद्धति प्रयोग को विद्यार्थियों को प्रयोग कर समझाया जा रहा है।
रिगजीन डोलमा, विज्ञान शिक्षक, लद्दाख
-साइंस विलेज में विद्यार्थियों को विज्ञानी पद्धति देखने व समझने का मौका मिलता है।विज्ञानियों से मिलने का मौका मिल रहा है ।
जीदे वांगमो,विज्ञान शिक्षक, लद्दाख
-यहां का मौसम बहुत ही अच्छा लग रहा है। वहां पर माइनस तापमान में स्कूल जाना पड़ता है। यहां पर विज्ञान प्रदर्शनी में एक से बढ़कर एक माडल देखकर अच्छा लगा।मम्मी वरिष्ठ विज्ञानी हैं और पापा प्राचार्य हैं। इस कारण मुझे भी विज्ञान में रूचि हैं।
स्टैंजिन कोसडान,10वीं, छात्रा
-विज्ञान महोत्सव में आकर नई-नई तकनीक की जानकारी मिल रही है। यहां पर बड़े-बड़े विज्ञानियों से मिलकर नया सीखने को मिल रहा है।
कुनगा ग्यालमा, 10वीं, छात्रा
-वहां का मौसम बहुत ही सर्द है। इस कारण यहां बहुत अच्छा लग रहा है। विज्ञानियों के बनाए माडल को देखने-समझने का मौका मिल रहा है।
रिक्सिन लामो, नौवीं, छात्रा
Posted By: Lalit Katariya
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