भोपाल (राज्य ब्यूरो)। मानसिक समस्याओं को हल करने के लिए केंद्र सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है। छोटे राज्यों में कम से एक और बड़े राज्यों में चार टेली काउंसलिंग केंद्र इसी महीने से शुरू करने की तैयारी है। मध्य प्रदेश में ग्वालियर व इंदौर के मानसिक रोग अस्पतालों में यह सुविधा शुरू हो रही है। यहां हर दिन 24 घंटे परामर्श देने के लिए परामर्शदाता मौजूद रहेंगे।
हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से मरीज या उनके स्वजन कभी भी सलाह ले सकेंगे। जरूरत पर परामर्शदाता उनकी बात क्लीनिकल साइकोलाजिस्ट या मनोचिकित्सक से भी कराएंगे। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में दोनों केद्रों के लिए जल्द ही हेल्पालाइन नंबर जारी किया जाएगा। बता दें कि अभी बेंगलुरु स्थित निमहांस द्वारा टेली परामर्श के लिए केंद्र संचालित किया जाता है, लेकिन इसके बारे में लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं है।
यह होगा फायदा
- नेशनल इंस्टीट्यूट आफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंसेज (निमहांस) की 2014 की रिपोर्ट के अनुसार सामान्य आबादी में 14 प्रतिशत मानसिक रोगी हैं। इसके बाद भी यह स्थिति यह है कि प्रदेश में अभी तक कोई परामर्श केंद्र नहीं है।
- खुदकुशी के मामले बढ़ रहे हैं। इसकी बड़ी वजह अवसाद है। समय रहते इस समस्या को पहचान कर इलाज कराया जाए तो लोगों को खुदकुशी से बचाया जा सकता है।
- बच्चों की तरह-तरह की लत के बारे में अभिभावक राय ले सकेंगे।
- इलाज की कहां और क्या सुविधाएं उपलब्ध हैं, इसके बारे में जानकारी मिल सकेगी।
इनका कहना है
जल्द ही ग्वालियर और इंदौर में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर टेली काउंसलिंग केंद्र बनेंगे। 24 घंटे सातों दिन मानसिक समस्याओं को दूर करने के लिए सलाह दी जाएगी। जरूरत पर मनोचिकित्सकों से भी मरीज या उनके स्वजन की बात कराई जाएगी।
डा. प्रभुराम चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री , मप्र
Posted By: Hemant Kumar Upadhyay