Burhanpur News: बुरहानपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। जिले के दूसरे किलर हाइवे अमरावती मार्ग पर बुधवार दोपहर फिर एक बड़ा हादसा हो गया। मजदूरों से भरे पिकअप वाहन को देड़तलाई के पास गन्ना लेकर जा रहे ट्रक ने पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। जिससे पिकअप में सवार दो बच्चियों सहित पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जिला अस्पताल ले जाते समय चार साल के बच्चे धारसिंह ने भी दम तोड़ दिया। पिकअप सवार नौ अन्य लोग घायल हैं।
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने बुरहानपुर जिले में हुई सड़क दुर्घटना में 6 अमूल्य जिंदगियों के असामयिक निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है। सीएम श्री चौहान ने दिवंगतों की आत्मा की शांति और उनके शोक संतप्त परिजन को यह दु:ख सहन करने की शक्ति देने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) February 1, 2023
उन्हें खकनार स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल भेजा गया है। घायलों में से तीन की हालत नाजुक बताई जा रही है। सभी मृतक और घायल खंडवा जिले की खालवा तहसील के सुंदरदेव गांव के हैं।
जानकारी के मुताबिक ये मजदूर कपास चुनने के लिए महाराष्ट्र के अंतरगांव शिवाजी गए थे। काम खत्म होने पर अपने घर लौट रहे थे। जिले की सीमा में प्रवेश करते ही दोपहर करीब 3.30 बजे उनकी घर लौटने की खुशी मातम में बदल गई। घटना स्थल पर चीखपुकार मच गई। यह देख राहगीर और स्थानीय लोग दौड़े और घायलों को बाहर निकाल कर पुलिस को सूचना दी।
यह हैं मृतक और घायल
अस्पताल और पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पार्वती पति रामसिंग दिनकर 32 वर्ष, नंदिनी पुत्री रामसिंग दिनकर 12 वर्ष, दुर्गा पुत्री कालू तंडिलकर 14 वर्ष, रमेश पुत्र मंगल 35 वर्ष और जामवंती बाई पति रमेश 32 वर्ष की घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी। घायलों में बसंती पति श्रीराम 45 वर्ष, गणेश पुत्र रामचरण 10 वर्ष, छरासिंह पुत्र रमेश 07 वर्ष, रविन्द्र पुत्र रमेश 10 वर्ष, मुन्नीबाई पति रामचरण 48 वर्ष, रामसिंग पुत्र मोतीलाल 40 वर्ष, कोशल्या पिता जीकेश 15 वर्ष, जगन पुत्र कमल 13 वर्ष, चन्दाबाई पति नानकराम 35 वर्ष शामिल हैं। सभी खंडवा जिले के सुंदरदेव गांव के बताए गए हैं।
खतरनाक है अंधा मोड़
देड़तलाई से करीब एक किमी दूर मिश्रा पेट्रोल पंप के पास जहां हादसा हुआ है, वहां अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक यहां अंधा मोड़ है, जिससे वाहन चालकों को कुछ नजर नहीं आता। मोड़ से पहले एमपीआरडीसी ने स्पीड ब्रेकर व सुरक्षा के अन्य प्रबंध भी नहीं किए हैं। जिसके चलते इस ब्लैक स्पाट पर हर साल तीस से चालीस दुर्घटनाएं होती हैं।
Posted By: Hemant Kumar Upadhyay