बुरहानपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष व जिला एवं सत्र न्यायाधीश अतुल्य सराफ को मौजूदगी में शनिवार को राष्ट्री लोक अदालत का आयोजन किया गया। विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव आशुतोष शुक्ल ने बताया कि लोक अदालत के लिए तेरह खंडपीठों का गठन किया गया था। इनमें रानीनामा योग्य 1996 प्रकरण रखे गए थे। जिनमें से न्यायालय में लंबित 211 प्रकरण निराकृत किए गए। इन प्रकरणों में दो करोड़ 16 लाख 96 हजार 153 रुपये का अवार्ड पारित किया गया। प्रकरणों के निराकरण से 505 लोग लाभान्वित हुए हैं। इसी तरह बैंक, नगर पालिका, विद्युत विभाग आदि के प्रीलिटिगेशन के 7550 प्रकरण रखे गए थे। इनमें से 851 प्रकरण निराकृत किए गए। इनमें 92 लाख 49 हजार 475 रुपये अवार्ड पारित किया गया। इससे 862 लोग लाभान्वित हुए हैं। जिला एवं सत्र न्यायाधीश अतुल्य सराफ ने सुलह करने वाले पक्षकारों को पौधे देकर घर भेजा गया। उन्होंने कहा कि यह पौधा आपको हमेशा इस बात की याद दिलाएगा कि किसी भी तरह का विवाद व्यक्ति को न्यायालयीन प्रक्रिया में उलझाता है। इसलिए इससे हमेशा दूर रहना चाहिए। इस दौरान प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय मोहन पी. तिवारी, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष यूनुस पटेल, उपाध्यक्ष मनोज मेहरा, विनोद काले, भूपेंद्र जूनागढ़े, विधिक सहायता अधिकारी जयदेव माणिक, समाजसेवी और न्यायिक कर्मचारी उपस्थित थे।
नगर निगम में जमा हुए दस लाख से ज्यादा
नगर निगम परिसर में भी शनिवार को लोक अदालत का आयोजन किया गया था। यहां बकाया जल व संपत्ति कर जमा कराने के लिए सुबह से ही लोग पहुंचने शुरू हो गए थे। शाम चार बजे तक राजस्व शाखा के 43 प्रकरण सुलझा कर 73723 रुपये जमा कराए जा चुके थे। इसी तरह संपत्तिकर के 670 प्रकरणों में 9.73 लाख रुपये जमा कराए गए थे। इस तरह कुल 10.46 लाख रुपये निगम कोष में जमा हुए। निगमायुक्त एसके सिंह ने कहा कि शहर के विकास में सभी नागरिकों की भागीदारी होती है। लोगों के द्वारा दिया गया कर ही विकास का आधार होता है। इसलिए तय समय में राशि जमा करके अच्छे नागरिक होने का परिचय दें। सहायक आयुक्त ज्योति सुनारिया ने लोगों को ब्याज में मिलने वाली छूट की जानकारी देकर कर जमा कराने के लिए प्रोत्साहित किया। इस दौरान धीरेंद्रसिंह सिकरवार, शेख ईशाक व अन्य वसूली कर्मचारी उपस्थित थे।
Posted By: Nai Dunia News Network