छिंदवाड़ा(नवदुनिया प्रतिनिधि)। मंगलवार की सुबह 11.50 बजे छिंदवाड़ा आने वाली मेमो ट्रेन एसएएफ के समीप रेलवे फाटक पर पहुंचने वाली थी, इसी दौरान रेलवे फाटक बंद करने के समय तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने फाटक को टक्कर मारते हुए तोड़ दिया। कुछ ही मिनट में ट्रेन फाटक पर पहुंचने वाली थी, तभी फाटक पर तैनात महिला गार्ड ने सबसे पहले ट्रेन को लाल झंडी दिखाकर रुकवाया तथा तत्काल इमरजेंसी गेट को लगाकर फाटक बंद किया। इस दौरान महिला गार्ड की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया। महिला गार्ड ने गेट से ट्रैक्टर के टिकराते ही तत्काल ट्रैक्टर को आगे करवाया तथा गेट को तत्काल बंद कर ट्रेन को रवाना किया। इस दौरान एक तरफ का गेट जाम हो गया था जिसका हाईड्रोलिक काम नहीं कर रहा था, तभी महिला गार्ड ने हैडिंल को हाथों की मदद से घुमाया तथा गेट का खुलवाया तथा रास्ता साफ करवाया था। इस दौरान वहां कुछ लोग महिला की मदद के लिए आगे आने का प्रयास किया लेकिन महिला ने अकेले अपने फर्ज को मजबूती से निभाया। गेट तोड़ने वाले ट्रैक्टर चालक पर कारवाई करने जुन्नाारदेव आरपीएफ का दल मौके पर पहुंचा तथा ट्रैक्टर चालक पर कार्रवाई करते हुए वाहन को जब्त किया। शाम चार बजे आरपीएफ बल मौके पर पहुंचा तथा कार्रवाई में जुट गया था।
हो जाता बड़ा हादसाः
ट्रेन के आने के दौरान जब सायरन बजाते हुए गेट बंद किया जाता है। इस दौरान गेट के समीप पहुंचे लोग जल्द से जल्द गेट पार करने वाहनों की गति बढ़ा देते हैं, ऐसे में हादसा होता है। मंगलवार को भी ऐसा हुआ जैसे ही गेट बंद होने लगा तो ट्रैक्टर चालक ने जल्द से जल्द गेट के नीचे से निकलने का प्रयास किया, जिससे यह हादसा हो गया। गनीमत तो यह रही कि गेट पर तैनात महिला गार्ड ने गेट के टूट जाने पर तत्काल पहुंचते हुए अन्य वाहनों को रोका तथा अन्य गेट का लगाया था। इसी दौरान ट्रेन समीप पहुंच गई थी लेकिन महिला के रेड सिग्नल दिखाने के कारण ट्रेन रुक गई जिससे महिला गार्ड को कुछ समय मिल गया था, अगर ट्रेन नहीं रोकी जाती तो कोई अनहोनी भी हो सकती थी।
Posted By: Nai Dunia News Network
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