दतिया/इंदरगढ़ (नईदुनिया प्रतिनिधि)। पेयजल सप्लाई व्यवस्था की पोल उस समय खुल गई जब नवनिर्वाचित नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि रामस्वरुप मंडेलिया स्वयं अचानक फिल्टर प्लांट का निरीक्षण करने पहुंच गए। जहां मौजूद नपं कर्मचारियों ने उन्हें जानकारी दी कि सिर्फ एक बोर से नगर की 30 हजार आबादी को किसी तरह पेयजल सप्लाई हो पा रहा है। जिसके कारण कुछ वार्डों में ही सप्लाई हो पाती है। वहीं नपं द्वारा हाल में कराए गए चार बोर में से तीन बेकार पड़े हैं। सिफ्र एक बोर पर ही मोटर लगाकर टंकी भरी जा रही है। एक टंकी भरने में ही पांच घंटे लगते हैं। ऐसे में तीन टंकियों को भरपाना काफी मुश्किल होता है। जिसके कारण नगर में जल संकट बढ़ता जा रहा है। कर्मचारियों ने अध्यक्ष प्रतिनिधि को बताया कि एक और मोटर पंप की व्यवस्था कराने के लिए वह कई बार नगर परिषद् के अधिकारियों से कह चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई प्रयास नहीं हुए हैं।
पेयजल सप्लाई व्यवस्था देखकर अध्यक्ष प्रतिनिधि बोले कि व्यवस्था कतई संतोषजनक नहीं है। इस दौरान स्वयं नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि मंडेलिया ने स्वीकार किया कि पानी की आपूर्ति की व्यवस्था संतोष जनक नहीं है। उन्होंने इस विषय में सीएमओ तथा जेई से चर्चा करने एवं समस्या के शीघ्र निराकरण के लिए परिषद की बैठक में प्रस्ताव रखने की भी बात कही।
गौरतलब है कि 5 साल पूर्व 13 करोड़ 90 लाख की लागत से शुरू हुई मुख्यमंत्री जलावर्धन योजना के विफल होने के बाद नगर परिषद ने आनन फानन में ग्वालियर रोड स्थित फिल्टर प्लांट के पास लगभग 12 लाख की राशि खर्च कर 4 नए बोर बेल का खनन करवाया गया था। हालांकि कागजों में संचालित इन सभी बोर बेल में से 3 बोर बेल पूरी तरह ठप पड़े हैं। ऐसे में केवल 1 बोर बेल के सहारे ही नगर की जनता को पानी की सप्लाई देने की कोशिश की जा रही है।
नगर की 30 हजार आबादी एक बोर बेल के सहारे
स्वच्छ पानी के नाम पर नगर परिषद इंदरगढ़ की 30 हजार आबादी को एक बोर बेल से पानी की आपूर्ति कर रही है। ठप पड़ें 3 बोर बेल को चालू कराने की ओर संबंधितों का कतई ध्यान नहीं है। जबकि नगर परिषद ने खनन कराए गए इन सभी बोर बेल का बीते सत्र में ही लगभग 12 लाख की राशि का भुगतान किया है। चंद महीनों में बोर बेल फेल हो जाने की सही वजह बता पाने में नपं कर्मचारी भी असमर्थ हैं। जबकि वर्तमान में नगर के तमाम वार्डों में पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। कम बारिश के चलते हालात और भी खराब हैं। क्योंकि जिन लोगों ने अपने घरों में बोरिंग करवा रखी है। वह जल स्तर कम होने के कारण काम नहीं कर रही है। जिससे पानी की किल्लत लगातार बढ़ रही है।
औचक निरीक्षण में अध्यक्ष प्रतिनिधि को पता लगी हकीकत
नगर में बढ़ते जल संकट को देखते हुए नवनिर्वाचित नगर परिषद अध्यक्ष गौरी मंडेलिया के प्रतिनिधि रामस्वरूप मंडेलिया वार्ड क्र. 11 के पार्षद प्रतिनिधि टिंकू राठौर के साथ रविवार को फिल्टर प्लांट पहुंचे। औचक निरीक्षण के दौरान फिल्टर प्लांट पर तैनात कर्मचारी राजेंद्र कुशवाह एवं विनोद कुशवाह ने पेयजल सप्लाई की वास्तविक हकीकत उनके सामने खोलकर रख दी। वहां तैनात कर्मचारी राजेंद्र कुशवाह तथा विनोद कुशवाह ने बताया कि 4 वाटर पंप में से केवल 1 वाटर पंप ही चालू है। जबकि 3 बेकार पड़े हैं। ऐसे में यदि 1 वाटर पंप से लगातार 5 घंटे की भी सप्लाई दी जाए, तब केवल एक पानी की टंकी भर पाती है। जबकि नगर में वर्तमान में 3 पानी की टंकियों को भरना होता है। कई बार बिजली आपूर्ति भी बाधित होती है। ऐसे में एक बोर बेल से पूरे नगर की जनता को समय पर पानी की आपूर्ति करना संभव नहीं हो पाता।
प्लांट कर्मचारियों को दी सख्त हिदायत
निरीक्षण के दौरान फिल्टर प्लांट में आ रहे लोगों को देखकर नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि ने कर्मचारी राजेंद्र कुशवाहा को फटकार लगाते हुए कहाकि कोई भी अनजान व्यक्ति वाटर फिल्टर प्लांट के अंदर बिना अनुमति के नहीं आना चाहिए। उसका परिचय अवश्य पूछें और रजिस्टर पर एंट्री करें कि कौन कहां से आया है। वहीं प्लांट कर्मचारियों ने बताया कि कई बार इंजीनियर से दूसरी मोटर पंप चालू करने के लिए कहा गया। लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं हुई। अगर एक मोटर खराब हो जाती है तो नगर में सप्लाई देना संभव नहीं होगा।
नपं पर गलत जानकारी देने का आरोप
निरीक्षण के समय नपं अध्यक्ष प्रतिनिधि के साथ मौजूद वार्ड क्र.11 की पार्षद विनीता राठौर के प्रतिनिधि टिंकू राठौर ने सीधे तौर पर नगर परिषद की बड़ी लापरवाही बताते हुए आरोप लगाया कि नपं अधिकारी द्वारा गलत जानकारी दी जा रही है कि सभी 4 वाटर पंप चालू हैं। जबकि उन्होंने स्वयं मौके पर देखा कि 3 वाटर पंप काम नही कर रहे हैं। उनका कहना था कि इन बोर बेल खनन में अनियमितताएं हुई है। इसकी भी जांच करवाने की वह मांग करेंगे। वहीं जेई नंदकिशोर गोस्वामी का कहना था कि 4 बोर में से 2 में पाइप लाइन नहीं डाली गई है और एक का जलस्तर कम हो गया है। इसलिए 3 बोर बंद पड़े हैं। वहीं नए नल कनेक्शन के लिए भी लोग परेशान हो रहे हैं। वार्ड क्रमांक 13 निवासी रामप्रकाश गुप्ता ने बताया कि 8 माह पहले पैसा जमाकर रसीद कटवाई थी। लेकिन अभी तक नपं ने कनेक्शन नहीं दिया।
इनका कहना है
पानी की आपूर्ति की व्यवस्था संतोष जनक नहीं है। इस विषय में सीएमओ तथा जेई से चर्चा कर समस्या के शीघ्र निराकरण के लिए परिषद की बैठक में प्रस्ताव रखा जाएगा।
- रामस्वरुप मंडेलिया, नपं अध्यक्ष प्रतिनिधि।
फिल्टर प्लांट के निरीक्षण में अनेक कमियां पाई गई। एक मोटर से नगर की सप्लाई हो रही है। तीन बोर चालू क्यों नहीं किए गए। इसकी जांच होनी चाहिए। परिषद में मुद्दा उठा जाएगा।
- विनीता टिंकू राठौर पार्षद वार्ड क्रमांक 11
Posted By: Nai Dunia News Network
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