*पांच साल में 21 प्रतिशत टीकाकरण बढ़ा
*नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की रिपोर्ट में सामने आया सामने तथ्य
*साल 2015-16 में बच्चों का सामान्य टीकाकरण का प्रतिशत 74.2 था, जो 2020-21 में 95 प्रतिशत हो गया
*जन्म के 24 घंटे के भीतर लगता है पहला टीका
देवास (नईदुनिया प्रतिनिधि)। नवजात बच्चों को सुरक्षित करने के लिए जन्म के 24 घंटे के भीतर ही टीके रूप में सुरक्षा कवच दिया जाता है। पांच साल तक बच्चों को बीमारियों से बचाने के लिए अलग-अलग प्रकार के टीके लगाए जाते हैं, जो बीमारियों में बच्चों का सुरक्षा कवच होता है। जिले में पांच सालों में बच्चों के सामान्य टीकाकरण के हालात बदले हैं। जागरूकता के साथ ही उप स्वास्थ्य केंद्रों तक टीकाकरण पहुंचा है।
जिले में बच्चों के संपूर्ण टीकाकरण को लेकर बेहतर कार्य हुआ है। करीब पांच साल में 21 प्रतिशत बच्चों का सामान्य टीकाकरण बढ़ा है। ये राहत भरे आंकड़े नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे रिपोर्ट में सामने आए हैं। इसमें देवास जिले में स्थिति सुधरी है। 12 से 23 माह के बच्चों में पांच साल पहले करीब 74 प्रतिशत टीकाकरण होता था, लेकिन साल 2020-21 जिले में 95 प्रतिशत टीकाकरण दर्ज किया गया है। इसमें भी बच्चों को टीबी से बचाने के लिए लगने वाला बीसीजी टीका प्रतिशत करीब चार प्रतिशत बढ़ा है।
---
टीकाकरण साल 2015-16 2020-21
12 से 23 माह के बच्चों का पूर्ण टीकाकरण 74.2 95.0
12 से 23 माह के बच्चों में बीसीजी टीका 92.9 96.7
---
बच्चों को कब-कब लगाया जाता हैटीकाकरण
बच्चे की उम्र ये टीका लगाया जाता है
जन्म के 24 घंटे के भीतर हेपेटाइटिस बी
जन्म के 15 दिन के अंदर पोलियो
6 सप्ताह पर पोलियो, रोटा वायरस, पीसीवी पेंटावेलेंट की पहली खुराक
10 सप्ताह पर पोलियो, रोटा वायरस, पीसीवी पेंटावेलेंट की दो खुराक
14 सप्ताह पर पोलियो, रोटा वायरस, पीसीवी पेंटावेलेंट की तीसरी खुराक
9 माह पर विटामिन ए, खसरा पीसीवी की एक खुराक
16 से 24 माह विटामिन ए, पोलियो, खसरा, डीपीटी दूसरा बुस्टर
5 वर्ष के बच्चे डीपीटी की दो बूस्टर
---
शासकीय संस्था पर अधिक भरोसा
1.3 प्रतिशत टीकारण हुआ निजी संस्थानों में
98.7 प्रतिशत टीकारण दर्ज किया गया शासकीय अस्पतालों में
---
ये तीन कारण, जिससे टीकाकरण की स्थिति में आया सुधार
01-उप स्वास्थ्य केंद्रों पर टीका लगाने वाली एएनएम की तैनाती
02-जिले में 210 उप स्वास्थ्य केंद्र पर 214 एएनएम टीकाकरण की जिम्मेदारी संभालती है
03-लोगों में बच्चों की बीमारियों के प्रति जागरूकता आई
---
जिले में हमारी टीम बच्चों को बेहतर टीकाकरण कर रही है। इसके लिए समय पर एएनएम व स्टाफ को ट्रेनिंग दी जाती है। पिछले पांच सालों में जिले में बच्चों के पूर्ण टीकाकरण में वृद्धि हुई है। हमारी कोशिश है कि इस प्रतिशत और आगे बढ़ाया जाए।
-डा. सुनील तिवारी
जिला टीकाकरण अधिकारी
Posted By: Nai Dunia News Network
- Font Size
- Close