सरदारपुर-राजगढ़ (नईदुनिया न्यूज)। समीप के राजगढ़ नगर की होटल में हुए दुष्कर्म के मामले में पुलिस को सफलता मिली है। पुलिस ने मुख्य आरोपित सहित सहयोग करने वाले एक युवक को गिरफ्तार कर लिया है जबकि एक फरार है। इधर, मामले की जांच के दौरान पुलिस टीम मुख्य आरोपित को लेकर राजगढ़ के फोरलेन स्थित होटल वाली रेस्टोरेंट पहुंची। यहीं के एक कमरे में युवती के साथ दुष्कर्म हुआ था। होटल संचालक ने अपने रजिस्टर में युवक व युवती की कोई एंट्री दर्ज नहीं कर रखी थी। ऐसे में पुलिस ने होटल के मैनेजर के खिलाफ कार्रवाई की है। इस होटल की राजगढ़ में एक और ब्रांच होने की जानकारी मिलने पर एसडीओपी की टीम जांच के लिए दूसरी होटल कुक्षी नाका स्थित गुरुकृपा पहुंची, तो यहां अवैध शराब मिली, जिसे पुलिस ने जब्त कर आबकारी एक्ट में प्रकरण दर्ज किया है।
तहसील मुख्यालय स्थित एसडीओपी कार्यालय में एसडीओपी रामसिंह मेड़ा ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान प्रकरण की जानकारी देते हुए बताया कि 18 जनवरी की रात्रि में पीड़िता युवती ग्राम पसावदा में किराना दुकान पर सामान लेने के लिए गई थी। इसी बीच आरोपित गौरव पुत्र कालूसिंह चौहान आया व युवती को चाकू दिखाकर धमकी देने लगा। इसके बाद जबर्दस्ती अपनी बाइक पर बिठाकर ले गया। आरोपित गौरव के साथ उसके दो दोस्त भी थे, जो बाद में सरदारपुर के बदनावर फाटे पर उतर गए। आरोपित गौरव युवती को राजगढ़ लेकर पहुंचा, जहां रात्रि में आरोपित ने दुष्कर्म किया। मामले में सरदारपुर थाने पर प्रकरण दर्ज कर पुलिस ने आरोपित गौरव को गुरुवार को ही गिरफ्तार कर लिया था। मामले की जांच के लिए पुलिस गौरव को लेकर राजगढ़ की होटल पहुंची, तो आरोपित ने बताया कि नवीन पुत्र हिम्मत बर्फा ने उसे किराए पर कमरा दिया था। इसी कमरे में युवक ने युवती के साथ दुष्कर्म किया था। पुलिस ने उक्त कमरे से आरोपित के मोजे जब्त किए हैं।
दूसरी ब्रांच पर मिली मुंबई की युवती
एसडीओपी मेड़ा के अनुसार जिस होटल में दुष्कर्म हुआ है, इसके मालिक की कुक्षी नाका रोड पर भी गुरुकृपा नाम से एक और होटल है। टीम जब दूसरी होटल पहुंची, तो वहां पर अवैध शराब जब्त की गई। होटल मालिक हिम्मत पुत्र नेमचंद बर्फा के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया। होटल में मुंबई निवासी एक युवती व दंपती मिले हैं, जिनसे पुलिस ने पूछताछ की। पूछताछ में दंपती ने झाबुआ जिले का निवासी होना बताया। इसके बाद पुलिस ने दोनों के स्वजन को बुलाकर उन्हें सौंप दिया। जांच के दौरान आरक्षक बदिया वसुनिया, दुर्गेश पाटीदार, मुकेश, संदीप व देवेंद्र पंवार का सहयोग रहा।
Posted By: Nai Dunia News Network