बदनावर। प्रदेश की सरकार द्वारा शासकीय स्कूल में अध्ययनरत बच्चों को संतुलित पोषक आहार देने की शुरूआत करते हुए प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण के अंतर्गत उन्हें मूंग का वितरण किया जा रहा है। कक्षा एक से पांच तक के प्रत्येक बच्चे को 10 किलो एवं कक्षा छह से आठ तक के बच्चों को 15 किलो मूंग प्रदाय किए जा रहे हैं। आनलाइन दर्ज बच्चों की संख्या के आधार पर मूंग का आवंटन हुआ है। कहीं -कहीं मूंग हल्की क्वालिटी का दिया जा रहा है। इक्का- दुक्का दुकानों पर अच्छे मूंग को बदलकर मध्यम क्वालिटी के मूंग देने के मामले भी सामने आए हैं।
यहां शासकीय प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों के अनुसार 2 हजार 104 क्विंटल मूंग का आवंटन प्राप्त हुआ था। तहसील में संचालित शासकीय उचित मूल्य की 95 दुकानों पर बच्चों के लिए मूंग वितरण किया गया। फिलहाल मूंग उन्हीं बच्चों को मिला है, जिनके नाम अंगूठा लगाने पर पीएस मशीन में दिखाई दे रहे हैं जबकि कई बच्चों के नाम आनलाइन मेपिंग में छूट जाने से उनके नाम पीएस मशीन में नही आने पर उन्हें मूंग प्रदाय नही किया जा रहा है और न ही उनका आवंटन मिला है। दूसरी ओर पीएस मशीन में दर्ज बच्चे का अंगूठा लगाने के बाद भी डाटा ओपन नहीं होने की दशा में समग्र आईडी के आधार पर पालकों का अंगूठा लगवाया जाता है लेकिन कुछ ऐसे भी मामले सामने आए हैं जिनमें पालकों ने अंगूठा लगाने से इंकार कर दिया। दूसरी ओर मूंग की क्वालिटी को लेकर भी कुछ पालकों ने सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि कहीं -कहीं मूंग हल्की क्वालिटी का दिया जा रहा है जबकि सूत्रों की माने तो मूंग हरदा और देवास क्षेत्र से आया है। इनमें कुछ मूंग ऐसा भी है जिन्हें कम पानी दिया गया। इसके कारण दाना हल्का होकर कलर भी फीका रह गया है जबकि बारिश में पककर तैयार मूंग की क्वालिटी अच्छी पाई गई है। इक्का -दुक्का दुकानों पर अच्छे मूंग को बदलकर मध्यम क्वालिटी के मूंग देने के मामले भी सामने आए हैं।
- शिकायत मिलने पर हमने मूंग के मामले में जांच दल गठित कर दिया है। इसमें जांच रिपोर्ट के आधार पर निर्णय लिया जाएगा। -डा. पंकज जैन, कलेक्टर, धार
Posted By: Nai Dunia News Network
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