बदनावर (नईदुनिया न्यूज)। तहसील के अंतिम छोर पर उज्जैन जिले की सीमा से लगे गांव काछीबड़ौदा में वर्षाकाल का समय ग्रामीणों के लिए मुसीबत बनकर आता है। पानी निकासी की समुचित व्यवस्था और नालियों के अधूरे निर्माण से गांव में गंदगी पसर जाती है। कुछ स्थानों पर जमा गंदे व बदबूदार पानी के बीच से निकलने में ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। गांव में स्ट्रीट लाइटें भी दो साल से बंद पड़ी हुई हैं। इससे गांव में हमेशा अंधेरा ही छाया रहता है। इसको सुधारने के प्रयास नहीं किए गए। इस बारे में ग्रामीण पूर्व में भी वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायत कर चुके हैं, लेकिन ग्राम पंचायत समुचित ध्यान नहीं दे रही है।
गांव की आबादी साढ़े तीन हजार से अधिक है। यहां स्वच्छता मिशन का मखौल सरेआम उड़ता दिखाई देता है। गांव में गटरें बनाई गई हैं, लेकिन समय पर साफ-सफाई नहीं होती है। जबकि कुछ स्थानों पर तो गटर का निर्माण ही नहीं किया गया। रूनिजा मार्ग पर नाली निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। पाले पर चौक में खरंजा निर्माण किया गया, लेकिन गटर नहीं बनाई गई। इससे घरों का पानी चौक पर फैल जाता है और गदंगी पसर जाती है। गांव में सबसे अधिक समस्या बरगुंडा मोहल्ले में छोगालाल के घर के पास, कारोदा रास्ते पर उदयराम सोलंकी के घर के पास एवं रामकुंड क्षेत्र में सामने आई है। जहां गंदा पानी सड़कों पर बहकर आ रहा है। उदयराम सोलंकी के निवास के पास गटर नहीं होने से जलजमाव रहता है। ठहरे हुए गंदे पानी में मच्छर पनप रहे हैं, जिससे बीमारी फैलने की संभावना बनी रहती है। वर्षाकाल के दौरान पानी भरा रहने से पैदल चलना भी दूभर हो जाता है। दूसरी ओर गांव में बिजली के खंभे लगे हैं, लेकिन स्ट्रीट लाइट कई महीनों से बंद पड़ी हुई है। इसे चालू करवाने मे पंचायत द्वारा कोई सुध नहीं ली जा रही है। ग्राम काछीबड़ौदा के सहायक सचिव अर्जुन गेहलोत ने बताया कि गांव के कुछ मार्गों पर नालियों के निर्माण की स्वीकृति मिली है, लेकिन आचार संहिता के कारण निर्माण की शुरुआत नहीं की गई। रही बात स्ट्रीट लाइट की तो खंभों पर लगे तार खराब होने से लाइट बंद है।
Posted By: Nai Dunia News Network