International Millets Conference: डिंडौरी। जिले में विलुप्त हो रहे मोटे अनाज के बीज संरक्षित कर किसानों को उपलब्ध कराने वाली लहरी बाई दिल्ली में आयोजित अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स कॉन्फ्रेंस में शामिल हुई। उन्हें इस कांफ्रेंस में शामिल होने के लिए विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया था। शनिवार से दिल्ली के पूसा में शुरू हुए कॉन्फ्रेंस में लहरी बाई ने विलुप्त हो रहे मोटे अनाज के बीज का स्टॉल लगाया था। प्रधानमंत्री द्वारा लहरी बाई से मिलकर उनसे बीज बैंक के बारे में जानकारी लेते हुए इस क्षेत्र में आगे कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
लहरी बाई ने मोटे अनाज से तैयार सामग्री प्रधानमंत्री को भेंट की। प्रधानमंत्री ने इस दौरान कहा कि उन्होंने मन की बात में लहरी बाई के बीज बैंक का जिक्र किया था। गौरतलब है कि दिल्ली में दो दिवसीय ग्लोबल मिलेंट्स अन्न कॉन्फ्रेंस आयोजित किया जा रहा है।
इसमें देशभर के सभी राज्यों के साथ दूसरे कई देशों के प्रतिनिधि भी शामिल हो रहे हैं। प्रधानमंत्री के साथ केंद्रीय कृषि मंत्री और अन्य देशों के प्रतिनिधियों से भी लहरी बाई ने मुलाकात की। कलेक्टर विकास मिश्रा द्वारा इस पल को गौरवान्वित करने वाला बताते हुए कहा कि जिले में मोटे अनाज के उत्पादन की बड़ी संभावना है। इसको लेकर व्यापक कार्य योजना बनाते हुए कार्य किया जा रहा है।
सम्मेलन में कृषि उपसंचालक अभिलाषा चौरसिया, एसडीओ सीआर अहिरवार भी डिंडौरी से लहरी बाई के साथ दिल्ली गए हुए हैं। गौरतलब है कि जिले के बैगा चेक क्षेत्र निवासी लहरी बाई द्वारा विलुप्त हो रहे मोटे अनाज के 50 से अधिक प्रजाति के बीज संरक्षित कर बीज बैंक तैयार किया है। इस बैंक से वे किसानों को बीज उपलब्ध कराती हैं, जिससे जिले में मोटे अनाज का उत्पादन भी बढ़ रहा है।
Posted By: Navodit Saktawat
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