ग्वालियर.नईदुनिया प्रतिनिधि। गांधी प्राणी उद्यान केन्द्रीय चिड़ियाघर में जन्में नन्हे शावक को गठान थी। इस गठान का आपरेशन किया गया था। इसके आपरेशन के लिए पशु चिकित्सा महाविद्यालय जबलपुर के शल्यक्रिया विशेषज्ञ डा. रणधीर सिंह चौहान (सहायक प्रधायापक, पशु चिकित्सा महाविद्यालय, जबलपुर) मुकुन्दपुर व्हाईट टाईगर सफारी के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा. राजेश तोमर, रीवा वेटरीनरी कालेज के प्रोफेसर डा. पी.डी.एस. रघुवंशी, सहायक प्रध्यापक रीवा कालेज पेथाेलाजी विभाग के डा. शैलेन्द्र सिंह एवं गांधी प्राणी उद्यान के प्रभारी डा. उपेन्द्र यादव की टीम बनाई गई थी। इस टीम ने नन्हे शावक का आपरेशन कर गठान को बाहर निकाल दिया था। अब यह नन्हा शावक स्वस्थ्य होने लगा है। जैसे ही यह पूरी तरह से ठीक हो जाएगा इसे वापस अपनी माता के साथ बाहर निकाला जाएगा।

ग्वालियर का गांधी प्राणी उद्यान चिडियाघर प्राधिकरण नई दिल्ली से मान्यता प्राप्त है। साथ ही यह मध्यम श्रेणी का चिड़ियाघर है । सितम्बर-2021 में प्राणी उद्यान में संरक्षित मादा सफेद टाईगर मीरा द्वारा दो शावकों को जन्म दिया गया था । जिसमें से एक नर शावक (रूद्र) के पेट के नीचे की तरफ एक उभरी हुई गठान दिखाई दे रही थी जिसको प्रथम दृष्टया पशु चिकित्सकों द्वारा परीक्षण करने पर सम्भावना व्यक्त की गई है कि उक्त उभार हर्नीया का हो सकता है। जिस कारण शिशु शावक को उम्र के साथ बड़े होने पर उक्त उभार ओर भी बढ़ने की सम्भावना थी। इस गठान के कारण नन्हे शावक की जान को खतरा बना रहता। इस कारण वरिष्ठ पशु चिकित्सकों के परामर्श अनुसार उक्त शिशु का आपरेशन किए जाने का निर्णय लिया। शावक के स्वास्थ्य परीक्षण एवं शल्यक्रिया हेतु एक दल गठित किया गया था। डाक्टराें ने नन्हे शावक का आपरेशन किया , इसके बाद से उसके स्वास्थ्य पर लगातार नजर रखी जा रही थी। अब वह नन्हा शावक ठीक होने लगा है, साथ ही आपरेशन के बाद घाव भी भरने लगा है।

Posted By: anil tomar

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