प्रियंक शर्मा, ग्वालियर नईदुनिया। ट्रेनों के एसी कोच में सफर करने वाले यात्रियों को बेडरोल (कंबल, चादर व तकिया) मुहैया कराने के लिए रेलवे बोर्ड के आदेश को दो माह का समय बीत चुका है। इसके बावजूद ग्वालियर से चलने वाली चार ट्रेनों में यात्रियों को बेडरोल उपलब्ध नहीं कराए जा रहे हैं। अभी सिर्फ बुंदेलखंड एक्सप्रेस में ही यात्रियों को यह सुविधा मिल पा रही है। रेलवे के अफसर इसके पीछे मैकेनाइज्ड लाउंड्री चालू न होने की बात कह रहे हैं। अब संभावना जताई जा रही है कि लाउंड्री चालू कर आगामी एक जून से बाकी बची ट्रेनों में भी एसी कोच के यात्रियों को बेडरोल की सुविधा मुहैया कराई जाएगी।

कोविड संक्रमण की संभावना को देखते हुए मार्च 2022 से ट्रेनों में बेडरोल की सुविधा बंद कर दी गई थी। दो साल बाद रेलवे बोर्ड ने गत 10 मार्च को ट्रेनों में बेडरोल मुहैया कराने के आदेश दिए थे, लेकिन प्लेटफार्म क्रमांक एक की ओर बेडरोल की धुलाई के लिए बनी मैकेनाइज्ड लाउंड्री बंद होने के कारण ग्वालियर से बनकर चलने वाली चार ट्रेनों में यात्रियों को यह सुविधा नहीं मिल रही है। रेलवे के अफसरों ने स्थानीय स्तर पर व्यवस्था बनाते हुए गत मार्च माह में ही सिर्फ बुंदेलखंड एक्सप्रेस के एसी कोच में बेडरोल की सुविधा उपलब्ध कराना शुरू कर दी। मैकेनाइज्ड लाउंड्री के संचालन के लिए वर्ष 2019 में ठाणे की पीयूष ट्रेडर्स कंपनी ने 5.22 करोड़ में दो साल तक लाउंड्री के संचालन का ठेका लिया था। कंपनी ने 22 अप्रैल 2019 से काम शुरू किया। इसके बाद 22 मार्च 2020 को कोरोना संक्रमण के चलते लाकडाउन लगने के कारण ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया गया। बाद में जब ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया, तो संक्रमण का खतरा कम करने के लिए रेलवे ने एसी कोच में बेडरोल की सुविधा बंद कर दी। इसके चलते छह नवंबर 2020 को कंपनी ने ठेका छोड़ दिया। अब आगामी एक जून से रतलाम इंटरसिटी एक्सप्रेस, ग्वालियर-पुणे एक्सप्रेस, चंबल एक्सप्रेस और बरौनी एक्सप्रेस के थर्ड एसी, सेकंड एसी और फर्स्ट एसी के यात्रियों को सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

Posted By: vikash.pandey

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