Bihar s Salwar gang: ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। बिहार की साल्वर गैंग ग्वालियर में बी.एड परीक्षा में सक्रिय हुई, लेकिन सिर्फ तीन साल्वर से आगे की कड़ी तक पुलिस नहीं पहुंच सकी। ग्वालियर में जब तीन साल्वर पकड़े गए तो 20 से ज्यादा परीक्षार्थी इसके बाद से परीक्षा देने नहीं पहुंचे। शक है- इन परीक्षार्थियों की जगह जो परीक्षा देने वाले थे, वह साल्वर ही थे। लेकिन पुलिस इन तक नहीं पहुंच सकी। इंटरस्टेट साल्वर गैंग का बड़े स्तर पर भांडाफोड़ पुलिस कर सकती थी, लेकिन पुलिस इसमें नाकाम रही और पकड़े गए साल्वर के अलावा जो साल्वर शहर में थे वह भाग गए। अब पुलिस का कहना है- जो परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे, उनकी सूची निकाली जाएगी और इनसे पूछताछ की जाएगी।

यहां कमजोर रही पुलिस की जांच

कनेक्शन: तीनों साल्वर बिहार के ही रहने वाले थे। पुलिस ने दोनों ही मामलों का कनेक्शन खंगालने की कोशिश नहीं की। पुलिस ने रिमांड पर तो लिया लेकिन यह लोग कुछ नहीं बोले। प्रवेश किसका कराया, पूछताछ नहीं: झांसी रोड में जिस अनिमेष जायसवाल काे पकड़ा था, उसने पूछताछ में बताया था कि वह खुद साल्वर है और दतिया में उसने कालेज में करीब 25 छात्राें का प्रवेश करवाया था। लेकिन पुलिस इन छात्रों तक नहीं पहुंच सकी। - साइंस कालेज और वीआरजी कालेज में जब साल्वर पकड़े गए तो कई परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। जबकि पहले की परीक्षाएं इन लोगों ने दी। इससे इन पर संदेह होता है। इनसे पूछताछ नहीं की गई।

यह पकड़े गए थे द्यसबसे पहले झांसी रोड स्थित साइंस कालेज में महिला साल्वर सुचिता कुमारी पकड़ी गई। उसी दिन पुलिस ने साइंस कालेज के बाहर से उसके भाई अनिमेष जायसवाल को पकड़ा। जो 21 फरवरी को दूसरे के स्थान पर परीक्षा दे चुका था। द्यमुरार के वीआरजी कालेज में भी बिहार के सुपौल का रहने वाला सिकेंद्र यादव पकड़ा गया जो साल्वर था। वह बिहार के रहने वाले सुनील महतो के स्थान पर परीक्षा देने के लिए आया था।

Posted By: anil tomar

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