Final Farewell of Wing Commander: ग्वालियर, (नईदुनिया प्रतिनिधि)। लड़ाकू विमान मिराज 2000 से कॉम्बैट अभ्यास पर निकले भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर और ट्रैक के कुशल प्रशिक्षक हनुमंत राव सारथी के बलिदानी होने से उनके पूरे गांव और आसपास के इलाकों में मातम पसरा हुआ है। हर कोई नम आंखों से उन्हें विदाई दे रहा है, रविवार को जब उनका शव अंतिम संस्कार के लिए रखा गया तब पत्नी हाथ जोड़कर एक तक उनकी चिता को देखती रही, आंख से आंसू बहते रहे फिर हाथ उठाकर सैल्यूट किया। पिता अपने बहादुर बेटे की शहादत पर गर्वित है, उनकी आंखों से आंसू निकल रहे थे लेकिन जब लोगों ने उन्हें सांत्वना दी तो बोले - बेटा देश सेवा करता हुआ बलिदान हुआ है, उसने सिर गर्व से ऊंचा कर दिया। जैसे ही विंग कमांडर की चिता को मुखाग्नि दी गई, पिता पत्नी मां और भाई फफ़क फफक कर रो पड़े।

नईदुनिया ऐप पर आप देखिए, किस तरह बलिदानी विंग कमांडर हनुमंतराव सारथी को भारतीय वायुसेना के अधिकारियों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर और परिवार द्वारा अंतिम विदाई दी गई। हम आपको कुछ वीडियो के माध्यम से अंतिम विदाई के क्षण दिखाएगे।

टेकडी में कुशल प्रशिक्षक थे विंग कमांडर : भारतीय वायु सेना के महाराजपुरा स्टेशन पर भारतीय वायुसेना की इकाई टेकडी है, इसमें भारतीय वायु सेना के शीर्ष 1 प्रतिशत पायलटों को प्रशिक्षण दिया जाता है। इस इकाई में सिर्फ पायलटों को प्रशिक्षण देने का काम विंग कमांडर राव सारथी भी करते थे। जब राफेल आए थे तब राफेल के बेटे का नेतृत्व विंग कमांडर सारथी ने ही किया था।

उनके बलिदानी होने से एयर फोर्स स्टेशन पर पदस्थ अधिकारियों में भी शोक व्याप्त है। पहले उन्हें एयर फोर्स स्टेशन पर सलामी दी गई इसके बाद से संबंध विशेष विमान से उनके कर्नाटका स्थित पैतृक गांव रवाना किया गया।

Posted By: anil tomar

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