Gwalior City Bus Service: ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। प्रदेश में इंदौर और भोपाल का यातायात मेट्रो की रफ्तार से दौड़ने की ओर अग्रसर है तो वहीं ग्वालियर में लोक परिवहन का आधार सिटी बस सेवा ही दम तोड़ रही है। स्मार्ट सिटी कारपोरेशन के माध्यम से विभिन्न रूटों पर 60 इंट्रासिटी और 20 इंटरसिटी बसें चलाने की परियोजना अब बंद की जा रही है। इन बसों को चलाने के लिए कार्पोरेशन द्वारा छह बार टेंडर प्रक्रिया की जा चुकी है, लेकिन एक भी आपरेटर ने इसमें रुचि नहीं ली। हाल ही में स्मार्ट सिटी द्वारा इलेक्ट्रिक बसें खरीदने की भी योजना बनाई गई थी, लेकिन डीजल बसों का हाल देखकर महंगी इलेक्ट्रिक बसों में पैसा फंसाना अधिकारियों को उचित निर्णय नहीं लगा। स्मार्ट सिटी का कार्यकाल अब जून 2023 तक का ही बचा है। ऐसे में इन बसों का संचालन अब संभव नजर नहीं आ रहा। यदि कारपोरेशन का कार्यकाल आगे बढ़ता है, तो बसों के संचालन के प्रयास किए जाएंगे। कार्पोरेशन ने सूत्र सेवा के अंतर्गत 26 बसें शुरू की थीं। इसके अगले चरण में 60 इंट्रासिटी और 20 इंटरसिटी बसों का संचालन प्रस्तावित किया गया था।
परियोजना ठप होने का कारण: इन बसों के संचालन के लिए वर्ष 2020 से लेकर अभी तक कई बार टेंडर प्रक्रिया चली, लेकिन स्थानीय सहित प्रदेश के अन्य जिलों के आपरेटर भी ग्वालियर में बसें चलाने के लिए राजी नहीं हुए। यहां स्थानीय बस आपरेटरों की गुटबाजी और गुंडागर्दी के कारण बाहरी बस आपरेटर नहीं आते हैं। स्थानीय बस आपरेटर अपनी शर्तों पर बसों का संचालन करते हैं, इस कारण वे सरकारी एजेंसी के अंतर्गत काम करने के लिए राजी नहीं हैं। यहां पूर्व में भी बसों में तोड़फोड़ व कर्मचारियों के साथ मारपीट की घटनाएं हो चुकी हैं।
कारपोरेशन द्वारा जो टेंडर प्रक्रिया की गई थी, उसके अनुसार आपरेटर को अपने रुपये से बसें खरीदनी हैं। बसें खरीदकर बिल प्रस्तुत करने की स्थिति में राज्य सरकार द्वारा 40 प्रतिशत सब्सिडी की राशि आपरेटर को दी जानी थी। निजी आपरेटरों के हावी होने के कारण सूत्र सेवा की बसों की स्थिति देखकर आपरेटर पैसा नहीं फंसाना चाहते हैं। कागजों में 13 इंट्रासिटी और 13 इंटरसिटी बसें हैं संचालित स्मार्ट सिटी के अधिकारियों का दावा है कि शहर में 13 इंट्रा और इतनी ही इंटरसिटी बसों का संचालन हो रहा है, लेकिन हकीकत इससे उलट है। इंट्रा सिटी बसों के लिए निर्धारित चार में से सिर्फ एक रूट डीडी नगर से महाराज बाड़ा के बीच बस चलाई जा रही है। लश्कर के संकरे बाजारों में जाम में फंसने के कारण बस सिर्फ इंदरगंज चौराहा से ही लौट आती है। इसे भी पर्याप्त सवारियां नहीं मिलती हैं। बाहरी शहरों के लिए वर्तमान में गुना, शिवपुरी, दतिया, इंदौर और भिंड के बीच बसों का संचालन हो रहा है।
60 इंट्रा और 20 इंटरसिटी बसों के लिए छह बार टेंडर करने के बाद भी आपरेटर नहीं आ रहे हैं। फिलहाल हमारा फोकस अभी संचालित बसों पर है। स्मार्ट सिटी का कार्यकाल भी कम बचा है। इस कारण अब अन्य बसों की टेंडर प्रक्रिया नहीं की जाएगी।
नीतू माथुर सीईओ स्मार्ट सिटी कारपोरेशन
नई बसों के लिए ये थे रूट
रूट बसें ग्वालियर से गुना 3
ग्वालियर से विदिशा 2
ग्वालियर से उज्जैन 3
ग्वालियर से चंदेरी 2
ग्वालियर से इंदौर 3
ग्वालियर से अशोकनगर 2
ग्वालियर से भोपाल 3
ग्वालियर से दतिया 2
इंटरसिटी
5 बस: बस स्टैंड से फूलबाग, इंदरगंज, हुजरात पुल चौराहा, शिवपुरी लिंक रोड होते हुए शीतला माता मंदिर
5 बस: बस स्टैंड से सिटी सेंटर, महलगांव, कलेक्ट्रेट, जीएसटी भवन होते हुए रमौआ बांध
5 बस: बस स्टैंड से एजी आफिस, झांसी रोड, विक्की फैक्ट्री, सिथौली होते हुए जौरासी
6 बस: पुरानी छावनी से ट्रांसपोर्ट नगर, बहोड़ापुर, लक्ष्मीगंज, बेला की बावड़ी होते हुए घाटीगांव
3 बस: बस स्टैंड से तानसेन रोड, हजीरा चौराहा, सागरताल होते हुए जलालपुर
6 बस: बस स्टैंड से एजी आफिस, झांसी रोड, विक्की फैक्ट्री, शिवपुरी लिंक रोड होते हुए घाटीगांव
5 बस: बस स्टैंड से गांधी रोड, थाटीपुर, मुरार, हुरावली, सिरोल, डोंगरपुर होते हुए परिवहन मुख्यालय
6 बस: बस स्टैंड से गांधी रोड, बलवंत नगर, सचिन तेंदुलकर मार्ग, हुरावली होते हुए उटीला द्य4 बस: बस स्टैंड से गोला का मंदिर, काल्पी ब्रिज होते हुए बड़ागांव
5 बस: बस स्टैंड से गोला का मंदिर, ट्रिपल आइटीएम, पुरानी छावनी होते हुए बानमोर
5 बस: कोटेश्वर से फूलबाग, गोला का मंदिर, डीडी नगर होते हुए एयरपोर्ट
5 बस: बस स्टैंड से गोला का मंदिर, डीडी नगर, महाराजपुरा होते हुए मालनपुर
Posted By: anil tomar