Gwalior disputed BEd colleges News: ग्वालियर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। जीवाजी विवि से मान्यता प्राप्त 4 बीएड कालेज जिनकी मान्यता खतरे में हैं, इनके 350 छात्र अपना परीक्षा फार्म कैसे भरेंगे इस बात का जवाब जेयू के किसी अधिकारी के पास नहीं है। जहां एक ओर छात्र अपने भविष्य को लेकर परेशान है तो दूसरी ओर जेयू इस मामले में उच्च शिक्षा विभाग से मार्गदर्शन मिलने का बहाना लिए बैठा है। 31 जनवरी, बीएड़ के पहले और तीसरे सेमिस्टर की परीक्षा का फार्म भरने की अंतिम तिथि है लेकिन कालेजों की मान्यता कार्यपरिषद सदस्यों और उच्च शिक्षा विभाग की गाइडलाइन के बीच में झूल रही है। चिंता की बात है कि इस समस्या को न तो जीवाजी प्रबंधन गंभीरता से ले रहा है और न ही कार्यपरिषद सदस्य, जिससे भी जवाब मांगों वह बातों को गोल-गोल घुमा कर उच्च शिक्षा विभाग के पत्र पा लाकर छोड देता है।
बता दें कि मानकों पर खरे न उतरने के कारण से करहाल एज्यूकेशन कालेज बरौआ, आइडियल कालेज जरपुरा , मंहगांव, श्रीराम राजा शिक्षा महाविद्यालय दतिया और राधाकृष्ण कालेज चितुआ, दतिया इन कालेजों की मान्यता निरस्त करने के आदेश उच्च शिक्षा विभाग से आए थे। जिस पर लंबा विचार विमर्श चलने के बाद कुछ दिन पहले मान्यता को अगले सत्र से निरस्त करने पर सहमति बनी थी। लेकिन कार्यपरिषद के चार सदस्यों ने इस पर आपत्ति लगा कर इसी सत्र से मान्यता खत्म करने की बात कही। जिससे कालेज की मान्यता और 350 छात्र अधर में आ गए। इस मामले में बीते शुक्रवार को मार्गदर्शन मिल जाना चाहिए था, लेकिन खबर लिखे जाने के समय तक उच्च शिक्षा विभाग से मार्गदर्शन नहीं मिला है। हालांकि जेयू प्रबंधन का कहना है कि आवश्यकता पड़ने पर छात्रों के लिए परीक्षा फार्म भरने की अंतिम तिथि को स्थगित कर दिया जाएगा।
कथन:
--‘अभी तक उच्च शिक्षा विभाग से कोई जवाब नहीं आया है, जब तक मार्गदर्शन नहीं मिलता है तब तक क्या करना है इसका निर्णय छात्र हितों का ध्यान रख कर सोमवार को होने वाली बैठक में किया जाएगा। ’
-प्रो. अविनाश तिवारी, कुलपति, जेयू
--‘साेमवार तक इंतजार कर रहे हैं यदि समय रहते मार्गदर्शन नहीं मिलता है तो आवश्यकता पड़ने पर साथी कार्यपरिषद सदस्यों के साथ राजभवन जाऐंगे और समस्या के निराकरण की मांग करेंगे। ’
-डा. विवेक सिंह, कार्यपरिषद सदस्य, जेयू
Posted By: anil tomar
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