Gwalior Electricity News: ग्वालियर(नईदुनिया न्यूज)। अनुभाग भितरवार के अंतर्गत आने वाले ग्राम खेड़ा पलायक्षा की बिजली सप्लाई गुरुवार को बन्द कर दी गई, जिसके चलते ग्राम के बच्चे अंधेरे में टार्च के सहारे पढ़ते नजर आए। बच्चों की परीक्षाओं के समय बिजली न होने पर उनके भविष्य पर संकट मंडराता हुआ नजर आया। ऐसे में अगर कोई बच्चा फेल हुआ तो उसका जिम्मेदार बिजली विभाग होगा या मध्य प्रदेश सरकार। भले ही प्रदेश सरकार गरीबों के लिए हितेषी योजनाओं और कल्याणकारी योजनाओं के दावे करती नजर आती है और प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान खुद को किसान का बेटा बताते हैं और उसके दर्द को अपना दर्द, अब देखना यह है उनका यह कथन कितना सही है।

मामला भितरवार अनुभाग के खेड़ा पलायक्षा गांव का है जहां किसानों पर बिजली के बिल की बकाया राशि है, जिसके चलते एई लखोरे ने लाइनमेन से पूरे गांव की बिजली कटवा दिया और गांव में अंधेरा पसर गया । बता दे इस समय बच्चो की बोर्ड परीक्षाएं चल रही है, गांव मे अंधेरे के चलते बच्चे मोबाइल की टार्च के सहारे पढ़ते हुए नजर आए ऐसे में बिजली विभाग बच्चो के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा है जब गांव के लोगों ने बिजली कम्पनी के अधिकारियों से इस सम्बंध में बात की और कहा साहब बच्चों की परीक्षा चल रही है। फसल बेचकर हम सारा बकाया बिजली बिल की राशि का भुगतान कर देंगे, आप कनेक्शन न काटे तो बिजली कम्पनी के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने एक न सुनी और पूरे गांव की बिजली काट दी । ऊर्जा मंत्री ने नहीं उठाया फोन वहीं गांव के लोगों ने बताया कि हमने जब अपनी समस्या के सम्बंध में ऊर्जा मंत्री को कॉल लगाया तो उन्होंने भी कॉल नही उठाया और उनके मोबाइल नंबर पर घण्टी बजती रही।

बिजली न होने से बच्चो की पढ़ाई पर असर

बोर्ड परीक्षाओं के चलते इन दिनों बच्चो पर पढ़ाई का भार अत्यधिक है और इसी समय बिजली कट जाने से अब बच्चो की पढ़ाई पर और गहरा संकट छा गया और उनके भविष्य पर खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में बिजली न होने से बच्चो को पढ़ाई करने में दिक्कत आ रही है अगर बच्चे परीक्षा में फेल हुए तो इसके जिम्मेदार सरकार होगी या बिजली विभाग।

Posted By: anil tomar

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