कल सक्रिय हो रहा फरवरी का पहला पश्चिमी विक्षोभ, चार से दिखेगा असर
Gwalior Fog And Cold News: ग्वालियर। (नईदुनिया प्रतिनिधि)। वर्षा थमने के बाद अब कोहरे ने दस्तक दे दी है। जिससे सुबह धूप नहीं निकली और सुबह ठंड का अहसास हुआ। न्यूनतम तापमान में भी गिरावट शुरू हो गई है। न्यूनतम तापमान 8.9 डिसे दर्ज हुआ। इससे रात में ठंड बढ़ी है। धूप देर से निकलने की वजह से दिन में ठंड बढ़ेगी। अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज होगा। दो दिनों तक कोहरा छाएगा, लेकिन दो फरवरी को नया पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है, जो मौसम चार फरवरी से मौसम को प्रभावित करेगा।
गत दिवस राजस्थान में बना चक्रवातीय घेरा कमजोर पड़ गया। इससे गत को वर्षा थम गई। आसमान भी साफ हो गया। धूप निकलने पर अधिकतम तापमान 22.3 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। दोपहर में उत्तरी हवा चलने लगी, जिससे ठंड का अहसास रहा। अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम रहा। इस वजह से ठंड की चुभन रही। मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटे में न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट के आसार हैं, जिससे रात में ठंड बढ़ेगी, लेकिन अब कोहरे संभावना कम हो गई है। इस वजह से दिन में धूप निकलेगी और ठंडक से राहत रहेगी।
जनवरी में ज्यादा दिन पड़ी ठंड
जनवरी में इस बार 19 दिन कड़ाके की ठंड रही है और 12 दिन तापमान सामान्य रहा। दिन की तुलना में रात में ठंड ज्यादा रही। जिसमें सात दिन शीतलहर चली है। जबकि तीन दिन शीतल रहे और एक दिन तीव्र शीतल दिन रहा है। पिछले दस सालों की तुलना में ज्यादा ठंड पड़ी है। मौसम विभाग के अनुसार फरवरी में दिन में ठंड घटना शुरू हो जाएगी, लेकिन रात की ठंड बरकरार रहेगी। फरवरी का पहला पश्चिमी विक्षोभ भी दो फरवरी को सक्रिय हो रहा है, जिसका असर चार फरवरी के आसपास दिखेगा। फरवरी के पहले तीन दिनों में रात में ठंड रहेगी। दिन में उत्तरी हवा चलने से कंपकपी भी रहेगी।
जम्मू कश्मीर हर हफ्ते औसतन दो पश्चिमी विक्षोभ आए, लेकिन ये ज्यादा मजबूत नहीं थे। इस कारण दिसंबर में ज्यादा दिन ठंड नहीं पड़ सकी, लेकिन जनवरी में मजबूत पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जिससे चार दिन वर्षा हुई। उत्तरी हवा क्षोभ मंडल तक सक्रिय रही। इस कारण पहला पखड़वाड़ा ज्यादा ठंडा रहा। न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। चिल्ला जाड़े का अहसास हुआ। संक्राति तक चिल्ला जाड़ा माना जाता है। पश्चिमी विक्षोभों के गुजर जाने के बाद शहर कड़ाके की ठंड की चपेट में रहा। जनवरी में 15.1 मिमी वर्षा हो चुकी है। मावठ भी हुई है। फसलों के लिए अमृत वर्षा है।
Posted By: anil tomar