Gwalior municipal council News: ग्वालियर.नईदुनिया प्रतिनिधि। निगम परिषद में अब पार्षद यह आरोप नहीं लगा सकेंगे कि उनकी बात सुनी ही नही जा रही है, क्योंकि परिषद में 80 माइक वाला नया साउंड सिस्टम तैयार हो गया है। पहले पार्षदों का आरोप रहता था कि जब उनके बोलने की बारी आती है तो माइक काम ही नहीं करता है, ऐसे में उनकी बात न तो अधिकारियों तक पहुंच पाती है न ही सभापति तक। इसके अलावा परिषद में दो बड़ी एलइडी स्क्रीन लगाने के साथ ही किसी मुद्दे पर बहुमत जानने के लिए प्रत्येक पार्षद की टेबल में वोटिंग पैड लगाए गए हैं। आगामी बैठक में ये सभी सिस्टम काम करते हुए नजर आएंगे।
अगस्त 2022 में परिषद के गठन के बाद से जितने भी सम्मेलनों का आयोजन हुआ, उसमें साउंड सिस्टम को लेकर सबसे ज्यादा समस्या का सामना पार्षदों को करना पड़ा। हर सम्मेलन में तीन कोर्डलेस माइकों को ही सभापति, महापौर, 66 पार्षदों और नगर निगम के अधिकारियों के पास घुमाया जाता है। इससे परिषद का समय खराब होता है, साथ ही पार्षदों को बोलने के लिए इंतजार करना पड़ता है। इसको लेकर सभापति ने आपत्ति जताई थी और पिछले दिनों नगर निगम आयुक्त किशोर कान्याल को पत्र लिखा था कि अब बजट सम्मेलन होने वाला है और अभी तक साउंड सिस्टम को नहीं सुधारा गया है। ऐसे में कार्रवाई में फिर दिक्कत होगी। इस पर अधिकारियों ने एक मार्च तक साउंड सिस्टम सुधारने का आश्वासन दिया था, लेकिन यह काम लेट हो गया। निगम अधिकारियों ने 29 लाख रुपए की लागत से परिषद भवन में बदलाव किए हैं। इसमें 80 माइकों के अलावा नया फर्नीचर लगाया गया है। पहले साउंड सिस्टम के तार जमीन पर ही थे और ऊपर से कारपेट बिछाया गया था। अब फ्लोर को काटकर अंडरग्राउंड फिटिंग की गई है। आगामी 20 मार्च को होने वाली बैठक में ये सारे सिस्टम काम करते हुए नजर आएंगे और संभावना जताई जा रही है कि किसी भी पार्षद को बोलने में समस्या नहीं आएगी, क्योंकि उनकी टेबल पर लगे माइक काम करेंगे।
Posted By: anil tomar
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