Gwalior News: ग्वालियर (नईदुिनया प्रतिनिधि)। बोर्ड परीक्षाओं के मूल्यांकन केंद्र की अधिकारी नवोदिता गुप्ता से अभद्र व्यवहार करने के मामले में जांच पूरी हो चुकी है। इस मामले के जांच अधिकारी दीपक पांडेय ने बताया कि इस मामले में शिकायतकर्ता और पीड़ित पक्ष के दो बार बयान दर्ज करवाए गए थे, जिसके बाद जांच पूरी कर रिपोर्ट गुरुवार को जिला कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह को सौंप दी गई है। जांच रिपोर्ट के अध्ययन के बाद कलेक्टर माध्यमिक शिक्षा मंडल को प्रतिवेदन भेजेंगे। बता दें कि इस मामले का खुलासा सबसे पहले नईदुनिया ने 3 मई के अंक में डीईओ ने धमकाया निलंबित हो जाओगी शीषर्क से प्रकाशित किया था, जिसके बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू कर दी।
शिकायतकर्ता और पीड़ित पक्ष के दो बार दर्ज करवाए गए थे बयान
शिक्षा विभाग माध्यमिक शिक्षा मंडल ने शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शिंदे की छावनी को मूल्यांकन केंद्र बनाया और विद्यालय की प्राचार्य नवोदिता गुप्ता को मूल्यांकन अधिकारी का दायित्व सौंपा है। चूंकि यहां अन्य जिलों की कापियां जांचने के लिए भेजी जाती हैं। इस कारण यह अति गोपनीय कार्य होता है। इसमें मूल्यांकन अधिकारी की भी सीमाएं होती हैं, लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी और जिला परीक्षा प्रभारी ने कापियों की जानकारी देने के लिए लगातार मूल्यांकन अधिकारी पर दबाव डालना शुरू किया। इसके चलते नवोदिता गुप्ता ने डीइओ और जिला परीक्षा अधिकारी पर आरोप लगाते हुए आयुक्त लोक शिक्षण संचनालय को पत्र भेजा है। उन्होंने पत्र में लिखा है मूल्यांकन की पूरी प्रगति रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार और जिला परीक्षा प्रभारी भूपेंद्र सिंह को व्यक्तिगत रूप से और ई-मेल, वाट्सएप के माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही है। इसके बावजूद दोनों अधिकारी मिलकर लगातार नौकरी और पद से हटाने सहित निलंबित कराने की धमकी दे रहे हैं। इस पूरे मामले में साक्ष्य के तौर पर उन्होंने काल रिकार्डिंग होने का भी उल्लेख किया है।
Posted By: anil tomar
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