Gwalior News: ग्‍वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। शासन द्वारा सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को सुधारने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में शासकीय स्कूलों में दी जाने वाली शिक्षा को किताबी के साथ-साथ गतिविधि आधारित शिक्षा भी बनाया जाना शामिल है। इसी के चलते शिक्षकों को सीसीएलई (सतत एवं व्यापक अधिगम एवं मूल्यांकन पद्यति) का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में शिक्षकों ने जो कुछ सीखा उसका उसके आधार पर गतिविधि आधारित वीडियो भी बनाया जाना है।

इसी क्रम में करैरा के शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक स्कूल में 16 मई को शिक्षकों को सीसीएलई ट्रेनिंग के उपरांत प्रतिभा प्रदर्शन करते हुए झिझक दूर करने के लिए गतिविधि आधारित वीडियो बनाने को कहा गया तो शिक्षकों ने फिल्मी गानों पर डांस के वीडियो बना डाले। निलंबित यह वीडियो किसी तरह इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित हो गए। कमिश्‍नर ने जिला शिक्षा अधिकारी के प्रतिवदेन पर दो प्रभारी प्राचार्यों को निलंबित कर दिया है। संभागीय आयुक्त दीपक सिंह ने संजीव अग्रवाल प्रभारी प्राचार्य एवं संगीता मांझी प्रभारी प्राचार्य को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश जारी किए।

इसके बाद इन वीडियो पर लोगों ने अपनी बुद्धि विवेक के आधार पर कमेंट करना शुरू कर दिए। शिक्षकों के डांस के यह वीडियो दिनभर इंटरनेट मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरते रहे। इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी समर सिंह राठौड़ ने पूरे मामले में जांच करने के लिए कमेटी बना दी है। जांच उपरांत मामले में उचित वैधानिक कार्रवाई करने की बात जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा कही जा रही है। नाचना था, वीडियो बनाना था तो फिर जांच क्यों: सीसीएलई (सतत एवं व्यापक अधिगम एवं मूल्यांकन पद्यति) कोई गतिविधि न होकर सीखने सिखाने की प्रक्रिया है। इसमें बच्चों के सर्वागींण विकास को समाहित करते हुए, किताबी ज्ञान के अतिरिक्त उनके अंदर मौजूद प्रतिभा को बाहर निकलना भी शामिल है।

शिक्षकों को सीसीएलई ट्रेनिंग में इसी बात का प्रशिक्षण दिया जा रहा है कि वह बच्चों के साथ घुलमिल कर किस तरह से उनका सर्वागिंण विकास करेंगे और किस तरह से उनकी प्रतिभा को बाहर निकालने, उनकी झिझक को दूर करने में उनकी मदद करेंगे। इसी बात का वीडियो बनाकर ग्रुप पर भी डालना था। ऐसे में शिक्षकों ने नाच गाकर जो वीडियो बनाए वह गलत नहीं थे, परंतु नाचने गाने के लिए जिन गानों का चयन किया गया, डांस के दौरान जो भाव-भंगिमाएं प्रस्तुत कीं, वह आपत्तिजनक थीं। जिला शिक्षा अधिकारी का कहना है कि जो वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहे हैं वह यह दर्शा रहे हैं कि शिक्षकों ने सीसीएलई की ट्रेनिंग में क्या सीखा अथवा क्या सीखने का प्रयास किया। इसके अलावा मास्टर ट्रेनर भी शिक्षकों के साथ अगर इस तरह के गानों पर डांस करता है तो वह शिक्षकों को क्या सीखा रहा है, ऐसे ही बिंदुओं पर जांच की जाएगी।

Posted By: anil tomar

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