Gwalior Political News: ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। प्रदेश में चर्चाओं में रहने वाली बसपा विधायक रामबाई परिहार ने अपने चिरिपरिचत अंदाज में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला बोलते हुए कहा कि काहे कि सिंधिया, यहां क्या उनकी जड़े गढ़ीं हैं। जनता इस बार सबको सबक सीखा देगी। इस बार प्रदेश में बसपा की सरकार बनेगी और नहीं बनी तो बगैर बसपा की मदद से कोई सरकार नहीं बना पाएगा। भाजपा बदले की भावना से काम करती है, इसका प्रत्यक्ष प्रमाण मैं हूं। आज भी परेशान हूं, किंतु किसी के सामने झुकी नहीं हूं। छोटे-छोटे दल मिलकर गठबंधन बनाने के सवाल पर रामबाई ने कहा कि यह स्वार्थी नेताओं का गठबंधन हो सकता है, जनता ने कोई गठबंधन बनाया क्या। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से लेकर सभी फैसले बहन मायावती करेंगी। रामबाई तो बहुत छोटी कार्यकर्ता है, वे मुख्यमंत्री के चेहरा कैसे हो सकती हैं।

प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भाजपा व बसपा के बीच होगा मुकाबला, कांग्रेस मैदान से बाहर

बसपा के संस्थापक कांशीराम के जन्मोत्सव पर बुधवार को फूलबाग मैदान पर सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में बसपा के प्रदेश प्रभारी व राज्यसभा सदस्य रामजी गौतम, प्रदेश प्रभारी सुशील बघेल व पथरिया विधानसभा क्षेत्र से बसपा विधायक रामबाई परिहार मौजूद थीं। वक्ताओं ने दावा किया कि इस साल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में बसपा पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरेगी और सभी सीटों पर लड़ेगी। सभा से पहले प्रदेश प्रभारी रामजी गौतम ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा व बसपा के बीच सीधा मुकाबला होगा। कांग्रेस मैदान से बाहर हो गई है, क्योंकि सरकार बनने के बाद जिस कांग्रेस के मंत्री भाग गए। वह अपनी सरकार नहीं बचा पाई। उस कांग्रेस पर अब जनता का विश्वास नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि पैसा लेकर टिकट देने के आरोप निराधार हैं। ऐसा कोई प्रकरण बताएं। उन्होंने कहा कि संघर्ष, त्याग और बलिदान से बसपा का जन्म हुआ है। ऐसा वृक्ष कभी सूखता नहीं है। उतार-चढ़ाव हर दल में आता है। भाजपा भी जीरो पर थी। बसपा 2023 में देश में एक राजनीतिक शक्ति के रूप में उभरेगी।

दावेदारों ने दिखाई ताकत

विधानसभा चुनाव में बसपा से टिकट के दावेदारों ने कांशीराम के जन्मोत्सव पर आयोजित जनसभा में अपनी ताकत दिखाई। इस जोन के 13 जिलों से विधानसभा चुनाव के दावेदारों ने प्रदेश नेतृत्व के सामने शक्ति प्रदर्शन करने के लिए भीड़ जुटाई। इसके बाद भी फूलबाग मैदान में 70 प्रतिशत कुर्सियां खाली नजर आईं। इस संबंध में आयोजकों का कहना था कि तेज धूप में तीन-चार घंटे कौन बैठ सकता है। धूप से बचने के लिए कार्यकर्ता चारों तरफ फैले हुए थे।

Posted By: anil tomar

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