Gwalior Smart City: ग्वालियर . नईदुनिया प्रतिनिधि। अमृत योजना के तहत बिछाई गई पानी की लाइनों के कारण स्मार्ट सिटी कारपोरेशन के लिए सिरदर्द बन चुकीं 10 किमी लंबी 14 स्मार्ट सड़कों को डी-स्कोप करने का निर्णय मंगलवार को बोर्ड की बैठक में लिया गया। अब कारपोरेशन द्वारा इन सड़कों का निर्माण नहीं कराया जाएगा। सीइओ नीतू माथुर ने बोर्ड बैठक में बताया कि 16 किमी में से स्मार्ट सिटी द्वारा साढ़े पांच किमी लंबी सड़कें ही तैयार की जा रही हैं। बाकी अन्य सड़कों पर पानी की लाइन और अन्य समस्याओं के चलते काम करना संभव नहीं है। इस पर बोर्ड के सदस्यों ने सहमति दे दी। बोर्ड के सदस्य प्रशांत मेहता ने जरूर सुझाव दिया कि जिन सड़कों को डी-स्कोप किया गया है, वहां विद्युत के तारों को व्यवस्थित करने के लिए बिजली कंपनी के साथ एक संयुक्त सर्वे किया जाए।
19 नई परियोजनाओं को चर्चा के बाद स्वीकृति
इसके अलावा बैठक में 19 नई परियोजनाओं पर चर्चा कर स्वीकृति दी गई है। इनमें से कुछ परियोजनाओं के लिए नगर निगम व अन्य विभागों को पैसा देकर कार्य करा लिया जाएगा। बैठक में सीइओ ने स्मार्ट रोड को लेकर सदस्यों को बताया कि स्मार्ट रोड परियोजना के अंतर्गत तीन सड़कों का निर्माण पूरा कर लिया गया है, जबकि पांच सड़कों पर काम चल रहा है। इनमें आमखो, राजपायगा रोड, ईदगाह, छत्री बाजार और जिंसी रोड शामिल है। इन्हीं सड़कों पर अमृत योजना की पाइपलाइन के का्रण दिक्कतें हुई हैं। ऐसे में बाकी अन्य सड़कों का निर्माण करने पर और समस्या उत्पन्न हो जाएगी। इस पर बोर्ड ने डी-स्कोप करने पर सहमति दे दी।
समय सीमा में करना है कार्य पूरा
सीइओ ने सदस्यों को बताया कि वर्तमान में चल रही परियोजनाओं को समय सीमा में पूरा करने के साथ ही नई ऐसी परियोजना लेने के लिए केंद्र से निर्देशित किया गया है, जो जून 2024 तक पूरे किए जा सकें। इसी के तहत 19 नई प्रोजेक्टों पर भी चर्चा की गई, जिन्हें बोर्ड ने स्वीकृत कर दिया। हालांकि इनमें से 14 परियोजनाओं पर ही अभी काम किया जाएगा। बैठक में कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह, बोर्ड मीटिंग में निदेशक मंडल के निदेशक प्रशांत मेहता, महापौर प्रतिनिधि के रुप मे कृष्णराव दीक्षित सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे। वही केंद्र शासन के नामिनी अशोक कुमार बवाल व बोर्ड के अन्य सदस्यों ने भी वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया।
इन सड़कों पर अब नहीं होगा काम
सड़कें लंबाई (मीटर में)
अचलेश्वर रोड 470
दौलतगंज रोड 880
सराफा रोड 500
डीडवाना ओली 220
आमखो रोड 840
राजपायगा-2 600
हास्पिटल रोड 630
दाल बाजार 630
लोहिया बाजार 1180
कंपू रोड-1 560
कंपू रोड-2 500
लक्कड़खाना 680
जनकगंज रोड 535
नई सड़क 1900
(नोट: इन सड़कों की कुल लंबाई 10.125 किमी है।)
इन नई परियोजनाओं को स्वीकृति
-ग्वालियर किले के शेष हिस्से पर फसाड लाइटिंग
-एमएलबी कालेज एवं पुराने नगर निगम आफिस का फसाड
-स्मार्ट सिटी के संग्रहालयो का अपग्रेडेशन
-नगर निगम म्यूजियम का अपडेशन
-कलेक्ट्रेट से विवेकानंद नीडम, नाका चंद्रवदनी से रेलवे क्रासिंग, हजीरा से पड़ाव, न्यू कलेक्ट्रेट रोड, गुढ़ा नाका से चिरवाई नाका तक रोड निर्माण
-दो नए कचरा ट्रांसफर स्टेशन
-स्वच्छता को लेकर नए स्मार्ट उपकरण
-संगीत महाविद्यालय एवं फाइन आर्ट कालेज का पुनर्विकास
-आइटीएमएस अपग्रेडेशन
-जंक्शन का विकास और सुंदरीकरण
-जनकताल का पुनर्विकास
-गांधी रोड एवं रेसकोर्स रोड का सुंदरीकरण
-गालव गेस्ट हाउस में आडिटोरियम निर्माण
-मल्टी परपज हाल का निर्माण
नईदुनिया ने उठाया था मुद्दा
नईदुनिया ने गत सोमवार के अंक में ही थीम रोड और स्मार्ट रोड का मुद्दा उठाया था। इसमें बताया गया था कि समय सीमा बीतने के बाद भी थीम रोड का निर्माण पूरा नहीं हो पाया है। मंगलवार के अंक में ‘स्मार्ट रोड में रोड़े, अब आधी बनेगी’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर पहले ही इस मामले का खुलासा कर दिया था। मंगलवार को हुई बोर्ड मीटिंग में इस पर मुहर लगी और अब सिर्फ साढ़े पांच किमी की ही स्मार्ट रोड बनकर रह जाएगी।
Posted By: anil tomar