Gwalior Tighra Dam News: ग्वालियर . नईदुनिया प्रतिनिधि। तिघरा जलाशय में हुए लीकेज की मरम्मत के लिए गत 24 फरवरी को शटडाउन के बाद लीकेज की मरम्मत का काम शुरू कराया गया है। पिछले दिनों जलसंसाधन विभाग ने रिमोट आपरेटेड व्हीकल (आरओवी) को पानी में उतारकर लीकेज की वीडियोग्राफी कराई थी। इसमें कुछ लीकेज चिह्नित हो गए हैं। इनको भरने के लिए केमिकल की टेस्टिंग भी कराई गई है कि ये पानी को रोक पा रहा है या नहीं। शुरूआत में यह टेस्टिंग सफल बताई गई है। अब इसी को देखते हुए तिघरा के कच्चे बांध में लीकेज भरने का काम शुरू कराया गया है। इसके बाद मुख्य दरवाजों के लीकेज सुधारने का काम शुरू होगा। जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार आगामी मई माह में बांध का जल स्तर कम होने पर शटडाउन लिया जाएगा। यह शटडाउन कितने समय का होगा, इसके लिए अधिकारी मंथन कर रहे हैं ताकि शहर में जलप्रदाय कम से कम प्रभावित हो।
आरओवी को पानी में उतारने का लिया था ट्रायल
दरअसल, पहले जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों ने आरओवी को पानी में उतारने का ट्रायल लिया था। उस समय तिघरा से निगम के वाटर फिल्ट्रेशन प्लांट के लिए पानी की आपूर्ति चालू थी। ऐसे में आरओवी तिघरा के स्लूज गेट की तरफ खिंचने लगी थी। इससे लीकेज ढूंढने का काम प्रभावित हो रहा था। बाद में स्टडी करने पर यह भी सामने आया कि जब लीकेज को सुधारने के लिए गोताखोर स्लूज गेट के आसपास पानी में उतरेंगे, तो उन्हें भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इसके चलते जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों ने 24 फरवरी को शटडाउन लिया था।
लीकेज किए गए चिह्नित
शटडाउन लेने के बाद लीकेज चिह्नित कर लिए गए थे, जिनकी मरम्मत शुरू करा दी गई है। शुरूआत में अधिकारियों ने तय किया था कि मार्च माह में ही शटडाउन ले लें, लेकिन अब तय किया गया है कि मई माह में शटडाउन लिया जाएगा। इसका कारण यह है कि मई माह में तिघरा का जल स्तर सबसे कम होता है। ऐसे में स्लूज गेट के आसपास के लीकेज पानी से ऊपर आ जाएंगे। उस समय उनकी मरम्मत करने में ज्यादा आसानी होगी। पानी में डूबे न होने के कारण इन लीकेज को भरने में भी ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी।
गर्मी में नहीं होगी किल्लत
उधर नगर निगम का भी प्रयास है कि इस गर्मी में लोगों को पानी की किल्लत का सामना नहीं करना पड़े। इसके लिए पानी की टंकियों से डीएमए का मिलान भी तेजी से किया जा रहा है। पिछले दिनों विकास यात्रा के दौरान वार्ड 54 में 10 लाख लीटर क्षमता वाली पानी की टंकी को शुरू कराया गया है। इसके अलावा अमृत योजना की लाइनों की मरम्मत का काम भी शुरू कराया गया है। पीएचई के अमले को भी निर्देशित किया गया है कि अमृत फेज-2 की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट 10 मार्च तक तैयार कर ली जाए, ताकि ग्रामीण क्षेत्र के छह वार्डों और शहर में छूटे हुए हिस्सों में पानी की आपूर्ति का कार्य कराया जा सके।
धीरे-धीरे हो रहा मरम्मत का काम
इस समय चिह्नित किए गए लीकेज की गोताखोरों के माध्यम से मरम्मत कराने का काम शुरू कराया गया है, लेकिन काम धीरे-धीरे ही हो पाएगा। दरअसल, लीकेज पर केमिकल की परत लगाने के बाद में यह देखा जाता है कि उससे पानी रिस तो नहीं रहा है। इसके बाद दूसरे लीकेज का काम शुरू कराया जाता है। जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार इस कार्य में जल्दबाजी नहीं की जा सकती है। अन्यथा लीकेज ठीक नहीं हो पाएंगे और पानी यूं ही बहकर बर्बाद होता रहेगा।
जल स्तर कम होने पर लेंगे शटडाउन
अभी तो लीकेज की मरम्मत का काम शुरू कराया गया है। उससे पहले शटडाउन लिया गया था, लेकिन मरम्मत का काम धीरे-धीरे ही हो पाएगा। ऐसे में हमारा प्रयास है कि अगला शटडाउन जल स्तर कम होने के बाद ही लिया जाए। यह मई माह में लिया जाएगा, क्योंकि उस समय तिघरा का जल स्तर काफी कम हो जाता है।
यादवेंद्र शर्मा, एसडीओ जलसंसाधन विभाग
गेट के पास काम होने पर लेंगे शटडाउन
तिघरा से शटडाउन तब लिया जाएगा, जब हम स्लूज गेट के आसपास लीकेज की मरम्मत का काम कराएंगे। उस समय बिना शटडाउन काम करना संभव नहीं होगा।
आरपी झा, मुख्य अभियंता जलसंसाधन विभाग
Posted By: anil tomar