Gwalior Weather News: ग्वालियर . नईदुनिया प्रतिनिधि। ग्वालियर चंबल अंचल के शिवपुरी, दतिया और ग्वालियर के ग्रामीण क्षेत्रों में शुक्रवार दोपहर भारी ओलावृष्टि हुई। कई जगहों पर लगभग 15 मिनट तक गिरे ओलों से सड़कों पर कश्मीर जैसा नजारा दिखा। मौसम विभाग ने अभी कुछ इलाकों में इसी तरह बारिश और कुछ जगह ओलावृष्टि जारी रहने की अनुमान जताया है। पिछले एक हफ्ते से थोड़े-थोड़े अंतराल में बिगड़ रहे मौसम ने किसानों को नुकसान बढ़ा दिया है।
खनियाधाना तहसील के लहर्रा गांव में शुक्रवार को वर्षा के साथ तेज ओलावृष्टि हुई। इससे किसानों की फसलें चौपट हो गईं। वीडियो में देखिए ओलों की चादर में ढंका लहर्रा गांव का मार्ग। pic.twitter.com/O4t8smH3w8
— NaiDunia (@Nai_Dunia) March 17, 2023
शाम ढलते ही छा गए बादल
दतिया में शुक्रवार दोपहर में ही शाम को ही बादल छा गए। इस दौरान बसई क्षेत्र में तेज हवा और बारिश के साथ बेर के आकार के ओले गिरे। करीब 20 मिनिट तक गिरे ओलों से कस्बे की सड़कों पर बर्फ की चादर सी बिछ गई। ओले इतनी अधिक मात्रा में गिरे कि लोगों ने अपने घरों में उनके ढेर लगे दिखाए। खेत में पकी और कटी गेंहूं और सरसों की फसल को नुकसान हुआ है। शिवपुरी जिले की बैराड़, पिछोर, खनियाधाना, करैरा तहसील के दर्जनों गांवों में गुरूवार की दोपहर तेज बारिश के साथ काफी बड़े ओले भी गिरे। करीब 10 से 15 मिनट गिरे ओलों के कारण बैराड़ के कई गांवों सहित खनियाधाना के लहर्रा में सड़कों पर बर्फ की चादर बिछ गई। कोलारस, बदरवास क्षेत्र के दर्जनों गांवों में करीब 15 मिनट तक तेज बारिश हुई। कृषि वैज्ञानिक डा एमके भार्गव का कहना है कि इस दौरान ओलावृष्टि फसल के लिए काफी नुकसानदायक है। किसानों के खेतों में मसूर, धनिया सहित सरसों की फसल खड़ी या कटी पड़ी है जिसमें नुकसान की आशंका है। ग्वालियर के रानी घाटी और बराहना गांव में हुई ओलावृष्टि से 30 से 40 प्रतिशत क्षेत्र की फसलों में नुकसान हुआ है। निवाड़ी के पृथ्वीपुर के चंद्रपुरा गांव में हल्के चने के आकार के ओले गिरे।
Posted By: anil tomar
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